लखनऊ। प्रदेश में अग्निकाण्ड से होने वाली क्षति को न्यूनतम कर उस पर प्रभावी नियंत्रण हेतु प्रदेश में नये अग्निशमन केन्द्रों की स्थापना की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा इस सम्बन्ध में की गयी घोषणाओं का शत प्रतिशत अनुपालन किया गया है।
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां उक्त जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा अग्निशमन केन्द्रों की स्थापना हेतु कुल 66 घोषणाएं की गयी थी, जिसके सापेक्ष समस्त 66 अग्निशमन केन्द्रों की स्थापना के आदेश निर्गत कर दिये गये है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा इन सभी 66 अग्निशमन केन्द्रों हेतु आवश्यक पदों का भी सृजन किया जा चुका है।
श्री अवस्थी ने बताया कि शासन द्वारा प्रत्येक अग्निशमन केन्द्र हेतु 26 पदों के अनुपात से इन सभी 66 अग्निशमन केन्द्रों हेतु कुल 1716 नये पद सृजित किये गये है। उन्होेंने बताया कि यह अग्निशमन केन्द्र क्रमशः गोरखपुर, मऊ, बांदा, रामपुर, कानपुर नगर, गोण्डा, उन्नाव, कुशीनगर, बदायूं, आगरा, सुलतानपुर, जौनपुर, देवरिया, बइराईच, संतकबीरनगर, वाराणसी, चित्रकूट, हरदोई, रायबरेली, इटावा, सोनभद्र, बुलन्दशहर, चंदौली, मुजफफरनगर, महोबा, गाजीपुर, सीतापुर, मिर्जापुर, एटा, प्रयागराज, औरैया, हाथरस, बलिया, महाराजगंज, कौशाम्बी, झांसी, बलरामपुर, अमरोहा, सिद्धार्थनगर जिलों के विभिन्न क्षेत्रो में खोले जा रहे है।
प्रदेश में अब तक कुल स्वीकृत एवं प्रचलित 101 अग्निशमन केन्द्रों के निर्माण कार्यो की प्रगति का विवरण देते हुए अपर मुख्य सचिव, गृह ने यह भी बताया कि इनमे से 11 अग्निशमन केन्द्रों पर 75 प्रतिशत से ज्यादा, 11 अग्निशमन केन्द्रों पर 50 से 74 प्रतिशत तक, 30 अग्निशमन केन्द्रों पर 25 से 49 प्रतिशत तक तथा 49 अग्निशमन केन्द्रों पर 25 प्रतिशत के भीतर कार्य सम्पन्न हो चुका है। इन निर्माण कार्यो की प्रगति में और अधिक तेजी लाये जाने के निर्देश सम्बन्धित कार्यदायी संस्थाओं को प्रदान किये गये है।