आम आदमी पार्टी की नीति जन-जन तक पहुंचाएं कार्यकर्ता : सभाजीत सिंह


लखनऊ। आम आदमी पार्टी ने प्रदेश में सत्ता और व्यवस्था परिवर्तन के लिए पहले ही पूरे प्रदेश में पंचायत चुनाव लड़ाने का एलान किया है। उत्तर प्रदेश में भले ही अभी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा नहीं हुई हो लेकिन पंचायत चुनाव में ताल ठोकने के लिए दावेदारों ने तैयारी तेज कर दी है। पंचायती व्यवस्था के माध्यम से सत्ता और व्यवस्था में परिवर्तन लाने के लिए बड़ी संख्या में लोग दिल्ली की केजरीवाल सरकार की नीतियों और कार्यकाल से प्रभावित होकर आम आदमी पार्टी में शामिल हो रहे हैं। 


बुधवार को जौनपुर जनपद में पंचायत में पदाधिकारी रहे व चुनाव लड़ चुके जिला पंचायत सदस्य, पूर्व प्रधान, बीडीसी, सामाजिक कार्यकर्ताओं समेत अन्य सैकड़ो लोग पार्टी में शामिल हुए। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने सभी को आम आदमी पार्टी की टोपी पहनाकर पार्टी में शामिल कराया। 


जौनपुर में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद व उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि प्रदेश में योगी सरकार जमीनों से अवैध कब्जा हटाने के लिए माफियाओं के खिलाफ अभियान चला रही है और यहां उन्हीं की पार्टी का जिला अध्यक्ष पुलिस की मिलीभगत से जमीनों पर कब्जा कर रहा है। जब पीड़ित परिवार कहता है कि सीबीआई जांच पर भरोसा नहीं है तो और जांच सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में करायी जाए, तो सरकार को इससे परहेज क्यों है? सरकार किसे बचाना चाहती है? हाथरस मे बेटी की परिवार के लोग गिड़गिड़ाते रहे कि उनको बेटी का चेहरा दिखा दिया जाए। हमे शव जलाने दिया जाय, हम अपनी धार्मिक परम्परा के अनुसार दाह-संस्कार करना चाहते हैं, लेकिन पुलिस नहीं मानी और रात को 2 बजे पेट्रोल छिड़ककर शव को जला दिया। ऐसा क्यों किया ? पीड़ित परिवार को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिलनी चाहिए। 


प्रदेश प्रभारी ने निजीकरण का विरोध करते हुए कहा कि योगी जी आप सरकार में बैठे हैं। कर्मचारियों से काम लेना आपकी जिम्मेदारी है।आप देश को बड़े बड़े पूंजीपतियों के हवाले मत करिये। आरोप लगाया कि मुनाफे में चल रही रेलवे, हवाई अड्डा, ओएनजीसी आदि तमाम सरकारी संस्थानों को सरकार बेचने मे जुटी है। अब बिजली विभाग को प्राईवेट हाथों में सौपने जा रही है। आम आदमी पार्टी इसका कड़ा विरोध करती है। हम बिजली विभाग के कर्मचारियों के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि बिजली का निजीकरण करने से आम उपभोक्ताओं की जेब पर डाका पड़ेगा।


श्री सिंह ने किसान विधेयक की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार किसान विरोधी हो गयी है। मोदी जी बयान देते हैं, हम किसानों के लिए एमएसपी की बात करते हैं तो विपक्ष उसका विरोध करता है, लेकिन सच यह है कि जो विधेयक सरकार ने अभी पास किया है उसमें एमएसपी का कहीं नाम नहीं है। तो आखिर इस कानून से किसान को कैसे लाभ होगा? अनाज पैदा करे किसान और रेट तय करे अम्बानी अडानी? यह कैसे संभव हो सकेगा। आम आदमी पार्टी इसका पुरजोर विरोध करती है। दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार नियम कानून के तहत इस काले विधेयक को राज्य में लागू करने से परहेज करेगी।


आप सांसद ने कहा कि उत्तर प्रदेश इस समय अपराध प्रदेश बन गया है। प्रदेश में बेटियों की सुरक्षा का कोई प्रबन्ध नहीं है। रोज कहीं न कहीं बेटियों की अस्मत लूटी जा रही है। हाथरस की घटना तो विश्व स्तर पर चर्चा का बिषय बनी हुई है। आज प्रदेश का कोई ऐसा जिला नहीं बचा है जहां महिला अपराध न बढ़ा हो। भदोही  हो अथवा आजमगढ़ या बलरामपुर या जौनपुर हो हर जगह बेटियों की आबरू लूट कर हत्यायें की जा रही है।


पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहा कि पार्टी ने पंचायत चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है।सभी कार्यकर्ता दमखम से चुनाव की तैयारी में जुट जाएं। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान जन-जन ऑक्सीजन अभियान से पार्टी के प्रति समाज में अच्छा संदेश गया है। उन्होंने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं व पदधिकारियों को  गांव गांव जाकर कोरोना की महामारी में योगी सरकार की ओर से आक्सीमीटर, थर्मोमीटर व एनलाइजर की खरीद में घोटाले और कृषि विधेयक द्वारा किसानों को पूंजीपतियों के हाथ गिरवी रखे जाने की बात पहुंचाने की बात कही। 


   जौनपुर में आयोजित कार्यकर्म में विजय कुमार मौर्या बहरीपुर कला जिला पंचायत  प्रत्याशी मंगला प्रसाद पाठक, वीर प्रताप सिंह ब्राह्मण महासभा से देवेंद्र पांडे के साथ ब्राह्मण महासभा से तमाम लोग, सद्दाम सिद्दीकी, सिराज सिद्दीकी सरताज़ सिद्दीकी समेत विभिन्न राजनीतिक दलों सपा, भाजपा से जुड़े लोगों ने पार्टी का दामन थाम लिया। जिन्हें पार्टी का सदस्यता प्रमाण पत्र भी दिया गया। 


   इस मौके पर मुख्य रूप से राजेश अस्थाना, सोम वर्मा,उपाध्यक्ष अनुराग मिश्रा, वरिष्ठ नेता सूर्य नारायण सिंह मुन्ना, बंटी अग्रहरी, रियाजुल हक, मोहम्मद जैदी, दिवाकर मौर्य आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।