लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि नीति, नीयत और नेतृत्व में पंगु राज्य की भाजपा सरकार से जनता का भरोसा उठ चुका है। सरकार में दायित्व निर्वहन की जो इच्छाशक्ति होती है, उसकी भाजपा में दूर-दूर तक पहचान नहीं हो रही है। मुख्यमंत्री जी ने शपथ लेने के बाद कई बड़े-बड़े वादे किए थे। यह भी कहा था कि वे प्रदेश की सड़कों को गड्ढ़ा मुक्त बनाएंगे। फिर वे इस कार्य की अवधि बढ़ाते रहे लेकिन उनका रिजल्ट कार्ड शून्य ही चल रहा है। वादे न निभाना और जनता को धोखे में रखना भाजपा की ऐसी कला है जिसमें वही पारंगत और विशेषज्ञ हैं।
सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के नाम पर प्रदेश में हजारों करोड़ रूपए लुटाए जा चुके हैं। वर्ष 2017-18 में 3793.80 करोड़, वर्ष 2018-19 में 3266.84 करोड़ तथा वर्ष 2020-21 में 2305.00 करोड़ रूपयों का बजट पास हुआ फिर भी सड़के वैसी ही टूटी-फूटी हैं। जब सड़के बदहाल है तो बजट की धनराशि का बंदरबांट होने का अंदेशा अस्वाभाविक नहीं।
भाजपा सरकार जनहित की एक भी योजना नहीं लागू कर सकी है। वह घोटाला करने के नए-नए तरीके निकालती है। उसके साढ़े तीन साल के अब तक के कार्यकाल में विकास की सभी योजनाओं पर काम रूका हुआ है। समाजवादी सरकार की योजनाओं के प्रति उसका रवैया बदले और द्वेष की भावना से भरा है। समाजवादी सरकार के कामों पर अपना नाम लगाने का भाजपाई गोरखधंधा जनता की निगाहों में उपहास की वजह बन चुका है। लोगों का विश्वास भाजपाई वादो पर नहीं रह गया है।
समाजवादी सरकार ने अपने कार्यकाल में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जैसी शानदार बेमिसाल सड़क बनाई जिस पर युद्धक विमान भी उतर चुके हैं। समाजवादी सरकार ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे दो वर्ष से कम समय में बनाकर पूरा कर दिया था। केन्द्र की भाजपा सरकार छह वर्ष में भी ऐसी सड़क नहीं बना सकी।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की प्रारम्भिक शुरूआत समाजवादी सरकार ने की थी, भाजपा अभी तक इसका निर्माण पूरा नहीं कर पाई है। भाजपा को काम नहीं करना है काम के बहाने लूट का बेजोड़ रिकार्ड बनाना है। भाजपा सरकार ने ही सड़कों में गड्ढ़े किए हैं तो वह बताए इन सड़कों के गड्ढ़े कब तक भरे जायेंगे? चूंकि भाजपा सरकार के पास वैसे भी अपनी नाकामी पर लीपा पोती करने का एक वर्ष ही बचा है।