योगी सरकार ने कोरोना को ‘धो’ डाला


-उत्तर प्रदेश में 1456 मशीनों से हो रही है कोरोना की ‘धुलाई’


-सफाई और सैनीटाइजेशन को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सख्त, अधिकारियों से रोजाना ले रहे हैं रिपोर्ट


-58,906 गांवों एवं 652 नगरीय निकायों के 12007 वार्डों में रोज हो रहा है सैनीटाइजेशन


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार कोरोना की जमकर ‘धुलाई’ कर रही है। सफाई और सैनीटाइजेशन के जरिए कोरोना को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सका है। उत्तर प्रदेश में 1456 मशीनों से प्रतिदिन 58,906 गांवों एवं 652 नगरीय निकायों के 12007 वार्डों में सैनीटाइजेशन के जरिए कोरोना वायरस की ‘धुलाई’ हो रही है।


कोरोना संकट में स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ साथ गांवों और शहरों में सफाई को लेकर भी योगी सरकार का मैनेजमेंट बेहतर साबित हुआ है। पहले ही दिन से सफाई और सैनीटाइजेशन का जो कार्य गांवों व शहरों में शुरू हुआ, वह आज भी जारी है। इसमें 1456 मशीनरी के साथ 1621 लोगों ने गांव और बस्तियों में सफाई और सैनीटाइजेशन का काम किया। इस पूरे काम में अकेले फायर ब्रिगेड के 43 वाहन शामिल थे। इससे गांवों में कोरोना की चेन को तोड़ने में योगी सरकार सफल रही है।


उत्तर प्रदेश सरकार की चाक चौबंद व्यवस्था से कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सका है। कोरोना को लेकर शुरू से ही अलर्ट रही योगी सरकार हर मोर्चे पर वायरस को फैलने से रोकने में बेहतर साबित हो रही है। जबकि शुरूआती दिनों में उत्तर प्रदेश को लेकर सभी चिंतित थे, क्योंकि आबादी की लिहाज से उत्तर प्रदेश, देश का सबसे बड़ा सूबा है। लाकडाउन के दौरान सबसे बड़ी चिंता साफ-सफाई और सैनीटाइजेशन की थी। जिसे पहले ही दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर विकास और ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को सख्ती से हिदायत जारी की थी।


ग्राम्य विकास विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह के मुताबिक कोविड कोविड-19 के दृष्टिगत लाकडाउन के दौरान उत्तर प्रदेश के 58,906 ग्राम पंचायतों में एवं 652 नगरीय निकायों के 12007 वार्डों में सतत सफाई, सैनीटाईजेशन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में इस दौरान पेयजल की व्यवस्था सुचारू से बनी रहे, इसे सुनिश्चित किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र में 58906 ग्राम पंचायतों तथा 652 नगरीय निकायों के 12007 वार्डों में होम क्वारंटीन में रखे गए व्यक्तियों एवं कोविड-19 की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के लिए निगरानी समितियां बनाई गई हैं। इन निगरानी समितियों को प्रभावी रखने के लिए इनके कार्यों की सतत समीक्षा की जाती है।


कोरोना प्रभावित जिलों और मलिन बस्तियों में प्रमुखता के साथ प्रतिदिन सैनीटाइजेशन का काम जारी है। इसमें 1723 मलिन बस्तियों में 1621 वर्कर प्रतिदिन सफाई और सैनीटाइजेशन का काम कर रहे हैं। इसमें 1256 हैंडहेल्ड व मैनुअल स्प्रेयर, 157 ट्रैक्टर, टैंकर व अन्य वाहन तथा 43 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां लगातार कोरोना वायरस की धुलाई में लगी हुई हैं।