पशुधन विकास राज्यमंत्री को तत्काल बर्खास्त करें मुख्यमंत्री : पंकज मलिक


- मंत्री के निजी सचिव की गिरफ्तारी से सरकार का भ्रष्टाचार हुआ उजागर : वीरेन्द्र चौधरी


लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने योगीराज को घोटालराज करार दिया है। योगी आदित्यनाथ की सरकार में पीडीएस घोटाला, 69000 शिक्षक भर्ती घोटाला, पीडब्लूडी घोटाला, स्कूली जूता-मोजा घोटाला, पंचायती राज घोटाला, डीएचएलएफ घोटाला, होमगार्ड घोटाला और अब पशुपालन विभाग का घोटाला सामने आया है।


आज दोपहर से यूपी कांग्रेस ने बोलेगा यूपी का युवा नाम से अभियान चलाते हुए भर्तियों में हो रहे घोटाले व भर्तियां लटक जाने के मामले में युवाओं का आह्वाहन किया। इस अभियान में हज़ारों युवाओं ने एक साथ आवाज उठाई।


प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज मलिक ने कहा कि पहले लगता था कि दाल में कुछ काला है लेकिन अब तो पूरी की पूरी दाल काली नजर आ रही है। यह सरकार गले तक भ्रष्टाचार की दलदल में डूबी हुई है। योगी आदित्यनाथ की सरकार में पीडीएस घोटाला, 69000 शिक्षक भर्ती घोटाला, पीडब्लूडी घोटाला, स्कूली जूता-मोजा घोटाला, पंचायती राज घोटाला, डीएचएलएफ घोटाला, होमगार्ड घोटाला और अब पशुपालन विभाग का घोटाला सामने आया है। पशुपालन घोटाले में अनिल राय का नाम सामने आया है, योगी आदित्यनाथ को बताना चाहिए कि अनिल राय से उनके क्या क्या संबंध है?


पंकज मलिक ने कहा कि जिस प्रकार सरकार के निजी सचिवों के नाम अखबारों और सोशल मीडिया की सुर्खियां बटोर रही हैं उससे तो लगता है कि पूरी सरकार भ्रष्टाचार में आकण्ठ डूबी हुई है। मुख्यमंत्री जी लगातार जीरो टालरेन्स की बात करते हैं वहीं उनकी सरकार के मंत्रियों से जुड़े हुए लोग, सगे, सम्बन्धी और नजदीकी भ्रष्टाचार के नये-नये कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं।


प्रेस वार्ता को संबोधित करते हए वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार पूरी भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। परीक्षाओं में खुलेआम धांधली हो रहीं हैं। पद बेंचे जा रहे हैं। 69 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले में सिद्धार्थ नाथ सिंह के जनप्रतिनिधि चंद्रमा सिंह यादव का नाम आया है। मंत्री की नाक के नीचे यह कैसे हो गया। उन्होंने कहा कि योगीराज में सिर्फ घोटालराज चल रहा है। पशुपालन विभाग के घोटाले की न्यायिक जांच माननीय हाईकोर्ट के जज की निगरानी में होनी चाहिए।


वीरेन्द्र चैाधरी ने कहा कि अभी 69000 सहायक शिक्षक भर्ती घोटाले में जहां इलाहाबाद से जुड़े दो मंत्रियों के नजदीकियों के नाम जिसमें श्री पटेल और श्री यादव संलिप्त पाये गये हैं वहीं अब पशुधन विकास राज्यमंत्री के निजी सचिव का गिरफ्तार होना मुख्यमंत्री के जीरो टालरेन्स को आईना दिखाता है।


प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए मीडिया विभाग के संयोजक ललन कुमार ने पशुधन विकास राज्यमंत्री के निजी सचिव सहित 7 लोगों की गिरफ्तारी और 9 करोड़ 72 लाख रूपये हड़पने के मामले के खुलासे पर कहा है कि अगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के पास जरा सी भी राजनीतिक शुचिता और नैतिकता बची हो तो फौरन अपने मंत्री को बर्खास्त करें क्योंकि इस घोटाले में जिस प्रकार उनके निजी सचिव और तमाम उनके करीबी सामने आये हैं जिसमें एक तथाकथित पत्रकार की फोटो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के साथ भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, उससे यह पूरी तरह साफ है कि घोटाले के तार ऊपर तक जुड़े हैं।