मुख्यमंत्री योगी ने गन्ना किसानों के खाते में 418 करोड़ ₹ भेजा


 


- योगी सरकार ने पिछले 3 वर्षों में 1,00,325 करोड़ ₹ के गन्ना मूल्य का  रिकार्ड भुगतान किया


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास से गन्ना किसानों के खाते में डीबीटी के माध्यम से 418 करोड़ रुपए का भुगतान किया। योगी सरकार ने पिछले 3 वर्षों में अब तक 1,00,325 करोड़ रुपए के गन्ना मूल्य का भुगतान कर चुकी है, जो अब तक सबसे बड़ा रिकार्ड है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार हर कदम पर पूरी शिद्दत से किसानों के साथ है। सरकार किसानों की आय दोगुना करने को लेकर लगातार कार्य कर रही है। गन्ना किसानों के पाई-पाई का भुगतान हमारी प्रतिबद्धता है। विगत 3 माह 3 वर्ष के दौरान उत्तर प्रदेश के चीनी उद्योग के इतिहास का यह स्वर्णिम अवसर है, जब इतनी बड़ी धनराशि का भुगतान डीबीटी के माध्यम से सीधे किसान के खाते हो रहा है। पिछली कोई भी सरकार ने इतना भुगतान अपने 5 साल के कार्यकाल में भी नहीं किया।


चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए किसानों से संवाद स्थापित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुशासन का असली मानक लोगों की संतुष्टि है। चीनी उद्योग के लिए यह स्वर्णिम समय है। इस दौरान न सिर्फ रिकॉर्ड भुगतान हुआ बल्कि गन्ने और चीनी का रिकॉर्ड उत्पादन भी हुआ। किसानों के परिश्रम ने प्रदेश में आज एक नई राह दिखाई है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने चीनी मिलें बंद की थी, हमारी सरकार ने उसे फिर चालू करवाया। गोरखपुर में कभी 3 चीनी मिलें हुआ करती थीं और देखते ही देखते पिछली सरकारों के कार्यकाल में सभी चीनी मिलें बंद हो गई थीं। लेकिन हमारे आने के बाद गन्ना विभाग ने पिपराइच में नई चीनी मिल स्थापित की।


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह सब अन्नदाता किसानों की मेहनत के बूते हुआ। इस दौरान केंद्र एवं प्रदेश सरकार ने भी किसानों के हित को सर्वोपरि रखा। कोरोना के नाते हुए लॉकडाउन खेतीबाड़ी के लिए चुनौती था। गन्ने और गेहूं की फसल खेत में थी। हमें संक्रमण रोकते हुए किसानों का हित भी देखना था। हमने तय किया कि लॉकडाउन के सारे मानकों का अनुपालन करते हुए हम गेहूं और गन्ने की खरीद करेंगे। जब तक किसानों के खेत में एक भी गन्ना रहेगा चीनी मिलों को भी चलाएंगे। शासन और किसानों के बेहतरीन तालमेल के कारण ऐसा हुआ भी। उन्होंने कहा कि आज का किसान टेक्नोलॉजी के साथ जुड़ा है। टेक्नोलॉजी के माध्यम से बिना पर्ची के केवल मोबाइल फोन पर एसएमएस दिखा कर भी गन्ने की तुलाई संभव है। भुगतान के लिए अब इधर उधर भटकना नहीं पड़ता है।


- लॉकडाउन में बना सभी चीनी मिलों के संचालन का कीर्तिमान


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लाकडाउन के दौरान प्रदेश के अंदर गन्ना विभाग ने सभी 119 चीनी मिलों का सफलतापूर्वक संचालन किया। हम लोगों ने संकल्प लिया था कि जब तक किसानों के खेत में एक भी गन्ना रहेगा, तब तक चीनी मिल चलेगी और इस संकल्प को भी हमने पूरा कर लिया है। लॉकडाउन में सभी खांडसारी इकाईयां भी चलीं। प्रदेश भर के प्रगतिशील किसानों से लगातार संवाद का अनुभव हमारे लिए सुखद रहा। इन किसानों ने अपने-अपने क्षेत्र में कृषि विविधिकरण और बेहतर तकनीक के जरिए अपनी आय बढ़ाकर बाकी किसानों के लिए नजीर पेश की।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसानों ने गन्ना उत्पादन और चीनी उत्पादन में अपने परिश्रम से उत्तर प्रदेश को फिर से नंबर एक स्थान पर पहुंचा दिया है। कोरोना के संकट के शुरूआती चरण में मार्च प्रथम सप्ताह में अचानक सैनिटाइजर की कमी पड़ गई। 100 ग्राम की शीशी भी 400-500 रुपए में बिकने लगी। इस समस्या को देखते हुए गन्ना किसानों ने सैनिटाइजर बनाने का निर्णय लिया। इसके बाद सैनिटाइजर का इतना उत्पादन किया कि प्रदेश में हर विभाग को हमने सैनिटाइज़र निशुल्क उपलब्ध कराया। इसके साथ ही देश के सभी राज्यों को भी किफायती दरों पर सैनिटाइजर की आपूर्ति की।


*सीएम ने किया किसानों से संवाद*
इस दौरान मुख्यमंत्री ने मुजफ्फरनगर के किसान अरविंद मलिक, मेरठ के विनोद सैनी, संभल के सुधीर त्यागी, पीलीभीत के हरिमोहन गंगवार, लखीमपुर खीरी के परविंदर सिंह, अंबेडकर नगर के अमरेंद्र वर्मा, गोंडा के अनिल चंद्र पांडेय, गोरखपुर के रामसूरत मौर्य और कुशीनगर के देवेंद्र राय से बात भी की। कार्यक्रम को विभागीय मंत्री सुरेश राणा, राज्य मंत्री सुरेश पासी, अपर मुख्य सचिव एस भूस रेड्डी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।


*किसानों ने की ई-पर्ची व्यवस्था की तारीफ*
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए बातचीत करते हुए गन्ना किसानों ने मोबाइल पर एसएमएस पर्ची व्यवस्था, ई-गन्ना एप और टोल फ्री नंबर शुरू करने पर योगी सरकार की इस व्यवस्था की तारीफ की। गन्ना किसानों ने कहा कि इससे किसानों को बड़ी राहत पहुंची और गन्ना माफिया का सफाया भी हो गया। किसानों ने कहा कि सरकार की इस व्यवस्था से गन्ना माफिया खत्म हो गया। किसानों ने इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद किया।