अखिलेश यादव के करीबी समाजवादी पार्टी के नेताओं ने फूंका दलितों का घर


जौनपुर में सपा नेताओं की गुंडागर्दी, गांव में दलितों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई, दलितों का घर फूंकने वाले आरोपियों पर लगा गैंगस्टर एक्ट तथा रासुका


थाना प्रभारी पर लापरवाही बरतने को लेकर तत्काल विभागीय कार्यवाही करने के भी निर्देश


लखनऊ। जौनपुर में दलितों का घर फूंकने वाला मुख्य आरोपी जावेद सिद्दीकी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का बेहद करीबी निकला। अखिलेश यादव के साथ सोशल मीडिया पर इन आरोपियों की तमाम तस्वीरें हैं। जिससे दलितों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने वाले समाजवादी पार्टी का असली चेहरा सामने आ गया है।


अखिलेश यादव से संरक्षण प्राप्त जौनपुर में इन समाजवादी नेताओं ने गुंडागर्दी का नंगा नाच किया। जिससे दलितों को दौड़ा-दौड़ाकर उन्हीं के गांव में पीटा और घर फूंक दिए। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल बड़ी कार्यवाही की है।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद जौनपुर के ग्राम भदेठी की घटना का संज्ञान लेते हुए इस घटना के अभियुक्तों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी नूर आलम और जावेद सिद्दीकी समेत सभी आरोपियों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट तथा रासुका के तहत कार्यवाही करने का आदेश दिया है। इस प्रकरण में सरायख्वाजा थाना प्रभारी द्वारा बरती गई लापरवाही पर उसके विरुद्ध भी तत्काल विभागीय कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों के नुकसान की भरपाई के लिए सहायता कोष से 10,26,450 रुपए की आर्थिक सहायता, समाज कल्याण विभाग से एक लाख रुपए की सहायता राशि तथा इस घटना के सात पीड़ित परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के आवास उपलब्ध कराया जाएगें।


*यह है विवाद*
जौनपुर के सराय ख्वाजा थाना क्षेत्र के भदेठी गांव में मंगलवार को बकरी-भैंस चराने को लेकर दलितों और अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों में विवाद हो गया। विवाद की सूचना जब अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े समाजवादी नेताओं को मिली तो वह लाठी-डंडे और अन्य हथियारों के साथ दलित बस्ती में घुस आये। जो जहां और जैसे मिला उसे बेरहमी से पीटा और घरों-छप्परों में आग लगा दी। इस दौरान करीब 10 लोग घायल हो गये और आधा दर्जन घर जल गये।