- भाजपा का गरीब विरोधी चेहरा एक बार फिर से बेनकाब हुआ है : अजय कुमार लल्लू
- कांग्रेस ने इस महामारी में 60 लाख लोगों तक राशन-खाना पहुंचाया, जरूरतमंदों की सेवा हमारी प्रतिबद्धता है : अजय कुमार लल्लू
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू ने कहा कि भाजपा का गरीब विरोधी चेहरा एक बार फिर से बेनकाब हुआ है।
उन्होंने जारी प्रेस नोट में कहा कि पूरा देश देख रहा है कि इस भयानक गर्मी में हमारे देश निर्माता मजदूर बहन-भाई बिना खाए पिए, पैदल अपने घरों की ओर चल रहे हैं। आए दिन दिल दहला देने वाली सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर 1000 बसों को चलाने की अनुमति मांगी लेकिन गरीब विरोधी भाजपा सरकार ने हमें अनुमति नहीं दी।
उन्होंने कहा कि यूपी बॉर्डर पर हमने 500 बसों का जत्था खड़ा किया ताकि हम अपने प्रवासी भाइयों को सकुशल उनके घरों तक छोड़ सकें। पर अमानवीय भाजपा सरकार ने अनुमति नहीं दी।
उन्होंने कहा कि भाजपा का चाल-चरित्र दोनों जनता के सामने स्पष्ट हो गया है। भाजपा गरीबों मजलूमों का मज़ाक बना रही है। कांग्रेस पार्टी अपनी ज़िम्मेदारी निभाते हुए जगह जगह प्रवासियों, ज़रूरतमंद लोगों की मदद कर रही है लेकिन भाजपा की सरकार लगातार गरीब विरोधी जेहनियत का मुजाहिरा कर रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश को बनाने वाले श्रमिकों के लिए टिकट का पैसा देने की घोषणा की लेकिन जिन प्रदेशों में भाजपा की सरकार है वहां अडंगा लगा दिया।
उन्होंने कहा कि हम लगातार इस आपदा में लोगों की मदद कर रहे हैं। हापुड़, गाज़ियाबाद, नोयडा, झांसी, कानपुर, खीरी, फतेहपुर, लखनऊ, जौनपुर, चंदौली, इलाहाबाद समेत 20 जिलों में रसोईघर चलाया जा रहा है। हमारे कांग्रेस के सिपाही लगातार हाइवे पर स्टॉल्स लगाकर खाना बांट रहे हैं। पिछले कई हफ़्तों से जिलों में हाईवे पर राहत कार्य चल रहा है।
जारी बयान में उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में हमने 60 लाख लोगों को राशन और खाना पहुंचाया। 7 लाख प्रवासी मजदूर भाइयों-बहनों की उत्तर प्रदेश से बाहर मदद की उनको राशन-खाना, दवा उपलब्ध करवाया।
उन्होंने कहा कि यूपी मित्र नाम के चैट पोर्टल और हेल्पलाइन के जरिये हम लगातार लोगों की मदद कर रहे हैं। इन पर अब तक हमें लाखों रिक्वेस्ट आ चुकी हैं। इस विपत्ति की घड़ी में जनसेवा ही बेहतर राजनीति है।
उन्होंने कहा प्रदेश सरकार से मैं फिर से कह रहा हूँ कि इन देश निर्माताओं के साथ इंसाफ करिये। जब भी योगी आदित्यनाथ की सरकार को बसों की जरूरत पड़ेगी हम 12 घंटे की नोटिस पर अपने श्रमिक भाइयों बहनों के लिए बसें लगाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।