योगी जी का पत्र : क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की याद दिलाई

- योगी जी का पत्र : क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की याद दिलाई


यह पत्र (उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा  लिखा गया पत्र) पढ़कर अनायास ही क्रांतिकारी चंद्रशेखर आज़ाद की याद आ गयी। एक बार की घटना है जब क्रान्तिकारियों ने धन इकट्ठा किया था और आज़ाद जी की माता जी बहुत दयनीय अवस्था या कहें कि भीख मांगने की अवस्था में थीं तो कुछ क्रांतिकारियों ने विचार किया कि कुछ धन माता जी के लिए भेज दिए जाय। जब इसकि जानकारी क्रन्तिकारी चंद्रशेखर आज़ाद को हुई तो उन्होंने कहा था कि जब हमने समाज-देश के लिए घर छोड़ा है तो वह केवल मेरी माता जी ही नही हैं, समाज को उनकी चिंता करनी चाहिए। यदि समाज चिंता नही करता है तो मेरे पिस्टल की दो गोलियां ही काफी है। जिस धेय्य के लिए धन एकत्रित है उसी में लगना चाहिए क्योंकि राष्ट्र सर्वोपरी है।


उसी तरह से समाज-राष्ट्र की संकटकालीन घड़ी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का संदेश प्रतीत होता है। जब स्वयं वो अपने हाथों से अपना व अपने समस्त संसारी सम्बन्धों का समाज- राष्ट्र हित मे पिंडदान दे दिए हैं तो समाज को उनके पिता जी के बारे में कर्तव्य निर्वहन करना ही चाहिए। समाज कर भी रहा है क्योंकि बुजुर्ग राष्ट्र की धरोहर होतें है।


योगी जी प्रदेश के उच्चाधिकारियों के साथ कोरोना संकट से निजात -बचाव के लिए अहर्निश कार्यरत हैं। अधिकारियों के द्वारा इस दुःखद सूचना मिलने पर भी बैठक जारी रख सरकारी काम पूरे किए। अपने शोक संदेश में कहा भी है कि वे प्रदेश के नागरिकों के साथ जब तक कोरोना को पराजित नहीं कर लेंगे कहीं नहीं जाएँगे।


इस वैश्विक मक़हमरी के समय में मुख्य मंत्री @myogiadityanath जी द्वारा दिखाए गए इस अप्रतिम धैर्य व उत्तरदायित्व बोध पर हमें गर्व है। ईश्वर पिता जी को सद्गति प्रदान करें और परिजनों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की असीम शक्ति प्रदान करें। ॐ शान्ति, ॐ शान्ति, ॐ शान्ति।


(लेखक : डा. हरनाम सिंह जी उत्तराखण्ड के सरदार भगत सिंह गवर्नमेंट पी.जी. कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं 7379727999)