कोरोना वारियर्स पर हमला करने वालों के खिलाफ नया अध्यादेश ला रही योगी सरकार

कोरोना वारियर्स पर हमला करने वालों के खिलाफ नया अध्यादेश ला रही योगी सरकार


- महामारी अधिनियम में बदलाव करेगी योगी सरकार


- प्रदेश में कोविड उपचार के अस्पतालों में बढ़ेंगे 52 हजार बेड


- प्रयागराज से अब तक 351 बसों से घर भेजे गए अध्ययनरत 10530 छात्र


- प्रदेश में 2115 केस, से 36 लोगों की मौत, 60 जिले प्रभावित


- कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने लोकभवन में की प्रेस कॉन्फ्रेंस


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने में जुटे कोरोना वारियर्स (पुलिस, सफाईकर्मी, डॉक्टर, नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ) की सुरक्षा की दिशा में बड़ा फैसला किया है। अब यूपी में कोरोना वारियर्स पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में प्रदेश सरकार ने एक नया अध्यादेश लाने की तैयारी कर ली है। इस अध्यादेश से एपिडेमिक डिजीज एक्ट (महामारी बीमारी कानून), 1897 में बदलाव कर दण्ड को और सख्त किया जाएगा। उपचार तंत्र को और मजबूत बनाते हुए सीएम योगी ने कोविड उपचार के लिए 52 हजार नए बेड बढ़ाने का निर्देश दिया है। इसके लिए चिकित्सा विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग को जिम्मेदारी दी गई है। 


उक्त जानकारी बुधवार को यहां लोकभवन में कोरोना वायरस के संबंध में किए गए प्रेस कांफ्रेंस में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने पत्रकारों को दी। अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को टीम-11 के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश में लॉकडाउन के स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा बैठक में लॉकडाउन का गंभीरता से कराने का निर्देश दिया। 


अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने में जुटे डॉक्टर, नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा की दिशा में बड़ा फैसला लिया है। सीएम योगी के निर्देश पर एपिडेमिक डिजीज एक्ट (महामारी बीमारी कानून), 1897 में बदलाव करने के लिए नया अध्यादेश लाने का फैसला किया गया है। सीएम योगी ने इस अध्यादेश को तत्काल लाने का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि नए अध्यादेश से कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने में जुटे डॉक्टर, नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा में मजबूती होगी साथ ही उनका मनोबल भी बढ़ेगा। 


अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस के संक्रमण से उपचार के लिए भी बड़ा कदम उठाया है। सीएम योगी ने प्रदेश में लागू त्रिस्तरीय अस्पतालों में 52 हजार अतिरिक्त बेड बढ़ाने का आदेश दिया है। जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एल—1 के अस्पतालों में 10 हजार, एल—2 के अस्पतालों में 5 हजार और एल—3 के अस्पतालों में 2 हजार बेड को बढ़ाया जाएगा। इसी प्रकार चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा भी एल—1 के अस्पतालों में 20 हजार, एल—2 के अस्पतालों में 10 हजार और एल—3 के अस्पतालों में 2 हजार बेड को बढ़ाया जाएगा। इस प्रकार कोविड संक्रमितों के उपचार के लिए प्रदेश में 52 हजार बेडों की वृद्वि हो जाएगी।   


अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद प्रयागराज में शिक्षारत 15 हजार छात्रों को उनके गृह जनपदों तक पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। बुधवार शाम तक 351 बसों से छात्रों को रवाना कर दिया गया। हर बस में 30 छात्रों को रखा जा रहा है। इस तरह अबतक 10 हजार से अधिक शिक्षार्थी अपने गृह जनपद पहुंच गए हैं। उन्होंने बताया कि इन 351 बसों के अतिरिक्त 150 और बसों को इस कार्य में लगा दिया गया है। उन्होंने बताया कि इन सभी छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया गया है, इसके बाद भी इनके गृह जनपद पर भी छात्रों का मेडिकल टेस्ट कराया जाएगा।


अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन की समीक्षा की। सीएम योगी ने रेड जोन को ऑरेंज जोन में, ऑरेंज जोन को ग्रीन जोन में परिवर्तित करने के लिए हर जरूरी कार्रवाई करने का आदेश दिया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने ग्रीन और ऑरेंज जोन में विभिन्न गतिविधियां शुरू करने के लिए कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि तीन मई के बाद औद्योगिक इकाइयों को कैसे चलाया जाए, इस पर कार्ययोजना बनाएं।


ये है जोन व्यवस्था


रेड जोन : इनमें वे जिले आते हैं जिनमें कोरोना संक्रमण के हॉटस्पॉट हैं और जिसमें इस महामारी के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसमें वे जिले भी आते हैं जिनमें कोरोना संक्रमण के दोगुने होने की रफ्तार चार दिनों से कम है।


ऑरेंज जोन : इसमें वे जिले आते हैं जिनमें पिछले 14 दिनों में कोरोना संक्रमण का कोई मामला न रिपोर्ट हुआ हो।


ग्रीन जोन : इसमें वे जिले आते हैं जिनमें कोरोना संक्रमण का अब तक कोई मामला न आया हो या पिछले 28 दिनों के दौरान कोरोना संक्रमण का कोई नया केस न आया हो। 



- प्रदेश में अबतक 2115 केस, 36 लोगों की कोरोना से मौत : प्रमुख सचिव स्वास्थ्य


प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में अबतक 2115 केस सामने आए हैं। जिनमें 1602 एक्टिव केस हैं। उपचार के बाद 2115 में से 477 पेशेंट पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं और उन्हें घर भेज दिया गया है। हालांकि कोरोना के कारण प्रदेश में 36 लोगों की मौत हुई है। प्रदेश के 60 जनपद कोरोना से प्रभावित हुए हैं। जिनमें से 7 जिले वर्तमान में कोरोना से मुक्त होने में सफल हुए हैं। 15 जिलों में अभी भी कोरोना का कोई केस नहीं मिला। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एल—1, एल—2 और एल—3 अस्पतालों में और 52 हजार बेड को बढ़ाया जा रहा है।


प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि मेडिकल क्वारंटीन में 11487 और आइसोलेशन में 1769 लोगों को रखा गया है। मंगलवार को एल—1 में 75 ईकाइंयों को जोड़ा गया है। जिससे अब आइसोलेशन बेड की संख्या 17194 और क्वारंटीन बेडों की संख्या 21569 हो गई है। साथ ही अब प्रदेश में एल—1 के अस्पतालों की संख्या 155, एल—2 के अस्पतालों की संख्या 78 और एल—3 के अस्पतालों की संख्या 6 हो गई है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को 3799 कोरोना के सैंपल भेज गए थे, जिसमें पिछले सैंपल समेत 4071 सैंपलों की टेस्टिंग की गई।