23.70 लाख श्रमिकों को भरण पोषण को बांटा गया 236.98 करोड़ ₹

23.70 लाख श्रमिकों को भरण पोषण के रूप में बांटा गया 236.98 करोड़ रुपए


- पीलीभीत, महाराजगंज और हाथरस के बाद बरेली और प्रयागराज भी कोरोना मुक्त


- निराश्रित लोगों के लिए 1 हज़ार रुपए की धनराशि जारी करने के निर्देश, शहरी/ग्रामीण क्षेत्रों में छूटे हुए पात्रों को भी चिन्हित कर 1 हज़ार रुपए देने के निर्देश


- अस्थाई या आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को मानदेय का भुगतान किया जाए


- अब तक 35968 इकाइयों में 524.51 करोड़ रुपये वेतन का भुगतान


💐लखनऊ। कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को संयुक्त रूप से यहां लोकभवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा बैठक में विशेष रूप से निराश्रित लोगों के लिए एक हज़ार की धनराशि जारी करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में छूटे हुए पात्रों को भी युद्ध स्तर पर चिन्हित कर 1 हज़ार रुपए देने का निर्देश दिया है। अब तक 23 लाख 70 हजार श्रमिकों को राज्य सरकार ने अपने संसाधन से 236 करोड़ 98 लाख रुपए भरण पोषण भत्ते के रूप में बांटा है।


अपर प्रमुख सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बैठक में निर्देशित किया कि ऐसे शिक्षक संस्थान, चिकित्सालय, या कार्यालय जिनके यहां अस्थाई कर्मचारी या आउटसोर्सिंग के कर्मचारी हैं, लॉक डाउन के कारण यदि उपस्थित नहीं हो पाए हैं, तो उनके मानदेय में कोई कटौती ना की जाए। ऐसे कर्मचारियों को मानदेय का भुगतान किया जाए। सीएम योगी ने पीपीई किट और एन 95 मास्क विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचाने का निर्देश किया। कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की समीक्षा करते हुए सीएम योगी ने कहा है कि संक्रमण मुक्त क्षेत्रों में भी सावधानी बरती जाए और लॉकडाउन की व्यवस्था का यथावत पालन सुनिश्चित किया जाए। 


अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अन्य राज्यों की समस्या के संदर्भ में मुख्य सचिव और नोडल अफसर को संवाद बनाए रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने अन्य राज्यों में जो उत्तर प्रदेश के नागरिक हैं उनसे निरंतर संवाद बनाकर उनकी समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में कोरोना मामलों की संख्या, ग्रोथ रेट और डेथ रेट भी काफी कम है। 


अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि औद्योगिक इकाइयों के माध्यम से जिन व्यक्तियों को तनख्वाह दी जानी है उसमें भी विशेष रूप से काम किया गया है और अब तक 35968 इकाइयों में 524.51 करोड़ रुपये वेतन का भुगतान भी कर दिया गया है। इसके साथ ही 6603 बंद इकाइयों को शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जगह-जगह 5154 क्रय केंद्रों पर व्यवस्था करते हुए लगभग 33158 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद कल तक हो गई है।


पीलीभीत, महाराजगंज और हाथरस के बाद बरेली और प्रयागराज भी कोरोना मुक्त


प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया कि कई जिलों के बाद अब बरेली और प्रयागराज भी कोरोना मुक्त जिलों की सूची में शामिल हो गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना के कुल 869 सक्रिय मामले ही रह गए हैं जो पहले से लगातार कम हो रहे हैं। प्रदेश के जिलों की स्थिति निरंतर सुधर रही है जो कि हमारे लिए एक अच्छी खबर है। उन्होंने कहा कि आइसोलेशन वार्ड में 1025 लोग हैं और 10814 संक्रमण संदिग्ध लोग क्वारेंटाइन किए गए हैं। 10 हज़ार आइसोलेशन बेड और 15 हज़ार क्वारनटाइन बेड तैयार कर लिए हैं।