डिफेंस एक्सपो में एमएसएमई विभाग लगाएगा डिफेंस कंपनियों की प्रदर्शनी : नवनीत सहगत
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव, एमएसएमई और निर्यातप्रोत्साहन नवनीत सहगल की अध्यक्षता में ओडीओपी कार्यक्रम की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में कयी बिंदुओं पर चर्चा की गई। समीक्षा के 

के दौरानअंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में प्रतिभागिता (1 -16 फरवरी) ओडीओपी सेल द्वारा सूरजकुंडअंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में 100 ओडीओपी स्टाल्स लगाये जा रहे है जिनमे प्रत्येक ओडीओपी उत्पाद को प्रदर्शित किया जाएगा। इस मेले से ओडीओपी उत्पादों को राष्ट्रीय एवम अन्तराष्ट्रीय सेलानियों के बीच पहचान बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा दिल्ली हाट (1-15 फरवरी) ओडीओपी सेल द्वारा दिल्ली हाट में 118ओडीओपी शॉप्स लगाये जा रहे है जिनमे प्रत्येक ओडीओपी उत्पाद को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त यहाँ सप्ताहांत (शनिवार एवम रविवार) में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। इस मेले में ओडीओपी उत्पादों को राष्ट्रीय एवम अन्तराष्ट्रीय सेलानियों के बीच पहचान बढ़ाने में मदद मिलेगी।

उन्होंने बताया कि डिफेन्स एक्सपो (5-8 फरवरी) ओडीओपी सेल द्वारा डिफेन्स एक्सपो में 1000 वर्ग मीटर एरिया में ओडीओपी पर्दर्शनी लगाई जाएगी। इसका उद्देश्य ओडीओपी उत्पादों को अन्तराष्ट्रीय पहचान दिलाना है। ओडीओपी के अतिरिक्त यहाँ सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग भी 1000 वर्ग मीटर में डिफेन्स कम्पनियों की पर्दर्शनी लगाएगा। इसके अलावा उत्तर प्रदेश दिवस समारोह (24-26 जनवरी) ओडीओपी सेल द्वारा उत्तर प्रदेश दिवस समारोह के उपलक्ष में पुरस्कार वितरण, टूल किट वितरण और टेक्निकल सेशन आयोजित किया जाएगा। साथ ही एम ओ यू समझौता ज्ञापनों की स्थिति रिपोर्ट पर भी चर्चा की गयी।

 

उन्होंने बताया कि अलीबाबा.कॉम, ओडीओपी उत्पादों को बी टू बी प्लेटफार्म देना एवम निर्यात को बढ़ावा देना, आईबीबे.कॉम ओडीओपी उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देना, फ्लिप्कार्ट.कॉम, ओडीओपी उत्पादों की बिक्री को ई-कॉमर्स के माध्यम से बढ़ावा देना है।

इसके अलावा भारतीय पैकेजिंग संस्थान ओडीओपी उत्पादों की पैकेजिंग को बहतर करना। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, रायबरेली ओडीओपी उत्पादों के डिजाईन को बहतर करना। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाईन, अहमदाबाद ओडीओपी उत्पादों के डिजाईन को बहतर करना। क्वालिटी कौंसिल ऑफ इंडिया ओडीओपी उत्पादों के क्वालिटी मापदंडो को मानकीकृत करना जिससे उनकी क्वालिटी सुनिश्चित की जा सके व वह ओडीओपी लोगो इस्तमाल कर सकें। साथ ही भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक ओडीओपी कारीगरों इकाईयों के लिए वित्त पोषण सुगम बनाना।

उन्होंने बताया कि इन सभी के साथ बातचीत अग्रिम चरण पर है।