लखनऊ। उप्र के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कुशल दिशा-निर्देश में उत्तर प्रदेश सरकार के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा घरेलू क्षेत्र के खाद्य प्रसंस्करणकर्ताओं की सुविधा के लिए अब तक 77 सामुदायिक फल संरक्षण एवं प्रशिक्षण केन्द्र संचालित है। इन फल संरक्षण केन्द्रों द्वारा विभिन्न जनपदों/ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य प्रसंस्करण का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इन केन्द्रों द्वारा लगभग 2.01 लाख किलोग्राम फल एवं सब्जियों के प्रसंस्कृत पदार्थ प्रतिवर्ष तैयार होते हैं, लगभग 25,450 गृहणियों एवं इच्छुक व्यक्तियों को फल संरक्षण में 15 दिवसीय प्रशिक्षण भी दिया जाता है। इन केन्द्रों द्वारा शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ फल संरक्षण कार्य के 154 कैम्प, शहरी तथा ग्रामीण अंचलों में लगवाये जाते हैं, जिससे ग्रामीण जनता को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। इसके अतिरिक्त ग्रामीण कृषक, बेरोजगार युवकों तथा महिलाओं को, फल सब्जी प्रसंस्करण उद्योग के क्षेत्र में स्वरोजगार स्थापित करने के उद्देश्य से उद्यमिता विकास का 100 दिवसीय 17 प्रशिक्षण भी दिये जाते हैं।
निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण उप्र एसबी शर्मा के बताया कि इन केन्द्रों द्वारा वर्ष 2019-20 में महा नवम्बर 2019 तक 100153 किलोग्राम गृह स्तर पर प्रशिक्षण के अन्तर्गत पदार्थ निर्मित किये गये। 13477 व्यक्तियों को 15 दिवसीय प्रशिक्षण, ग्रामीण क्षेत्रों में 98 ग्रामीण शिविर लगाये गये। उत्तर प्रदेश महात्मा गांधी खाद्य प्रसंस्करण स्वरोजगार योजनान्तर्गत माह सितम्बर तक 03 दिवसीय खाद्य प्रसंस्करण जागरूकता शिविर के 400 कार्यक्रम के लक्ष्य के सापेक्ष 356 कार्यक्रम संचालित किया जा चुके हैं तथा एक मासीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण के 50 कार्यक्रमों के लक्ष्य के सापेक्ष 20 कार्यक्रमों का संचालन किया रहा है।
उत्तर प्रदेश में 77 सामुदायिक फल संरक्षण केन्द्र संचालित