लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने डेरी विकास हेतु प्रदेश के 62 जनपदों में वर्तमान दुग्ध संघों के सुदृढ़ीकरण एवं पुनर्जीवित करने के लिए अनुदान दिए जाने हेतु वर्तमान वित्तीय वर्ष में 1071.37 लाख रुपये की धनराशि द्वितीय किश्त के रूप में स्वीकृत की है। योजना के लिए 2142.73 लाख रुपये का प्राविधान किया गया है, जिसके सापेक्ष प्रथम किश्त के रूप में 1071.36 लाख की धनराशि पूर्व में जारी की जा चुकी है। स्वीकृत धनराशि का व्यय अनुसूचित जाति के लाभार्थियों के लिए एस.सी.पी./टी.एस.पी. के निर्धारित मानकों के अनुरूप किया जायेगा।
दुग्ध विकास विभाग द्वारा इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया है। स्वीकृत धनराशि द्वारा आगरा, मैनपुरी, मथुरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, एटा, झांसी, जालौन (उरई), हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट (कर्बी), रायबरेली, हरदोई, उन्नाव, सीतापुर, लखीमपुर-खीरी, बरेली, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर (नोएडा), बुलन्दशहर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, मुरादाबाद, अमरोहा, रामपुर, बिजनौर, वारणसी, चन्दौली, गाजीपुर, जौनपुर, सन्तरविदासनगर, मिर्जापुर, सोनभद्र, देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, मऊ, बलिया, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, कानपुर नगर, कानपुर देहात, फर्रूखाबाद, कन्नौज, इटावा, आयोध्या, अम्बेडकरनगर, सुल्तापनुर, अमेठी, बाराबंकी, गोण्डा, बलरामपुर, श्रावस्ती एवं बहराइच के दुग्ध संघों का सुदृढ़ीकरण एवं पुनर्जीवीकरण किया जायेगा। योजना के सुचारू क्रियान्वयन हेतु संबंधित जनपदों के उप दुग्धशाला विकास अधिकारियों एवं दुग्धशाला विकास अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं।