देश भर में एक लाख युवाओं की री-स्किलिंग का बड़ा लक्ष्य

उत्तर प्रदेश में स्किल इंडिया के तहत 40,000 टायर-फिटर के कौशल प्रमाणीकरण मार्च 2020 तक, 18 मोबाइल स्किल वैन को हरी झंडी 


कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री ने रबर सेक्टर स्किल काउंसिल की सामर्थ परियोजना के तहत मोबाइल स्किल वैन मेगा ड्राइव की पहल की


देश भर में एक लाख युवाओं की री-स्किलिंग का बड़ा लक्ष्य, 35000 का प्रमाणीकरण अब तक; 40,000 टायर फिटर उत्तर प्रदेश से स्किल किये जायेंगे


  


लखनऊ। समावेशी आर्थिक विकास के माध्यम से भारत को विश्व की कौशल राजधानी बनाने के लिए, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (MSDE) ने आज पुन: कौशल विकास के अंतर्गत पूर्व शिक्षण को मान्यता (Recognition of Prior Learning) कार्यक्रम के तहत एक मेगा ड्राइव लॉन्च किया। मार्च 2020 तक उत्तर प्रदेश से 40,000 टायर- फिटर को प्रमाणित करने का सरकार ने एक बड़ा लक्ष्य रखा। 


मेगा ड्राइव में 18 मोबाइल स्किल वैन को हरी झंडी दिखा कर, डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय, मंत्री, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय, भारत सरकार, ने रवाना किया। कार्यक्रम में कपिल देव अग्रवाल, व्यावसायिक परिक्षण एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), उ. प्र . सरकार एवं अशोक कटारिया, परिवहन एवं संसदीय कार्यभार, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार),  उ. प्र . सरकार सहित मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, ऑटोमोटिव टायर मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ATMA) और रबर स्किल डेवलपमेंट काउंसिल (RSDC) के अधिकारी शामिल हुए। यह 18 मोबाइल स्किल वैन राज्य के विभिन्न जिलों को कवर करेंगी।रबर सेक्टर स्किल कॉउन्सिल की सामर्थ रीस्किलिंग परियोजना, मोबाइल वैन द्वारा ऑटो मैकेनिकों और खासकर टायर-फिटर भाइयों को, जिनके पास औपचारिक प्रशिक्षण केंद्र तक पहुंचने का जरिया नहीं है, उनके लिए अत्यंत ही लाभदायक है । कार्यक्रम के तहत, फिटरों को पहिया संरेखण और टायर बदलने के दौरान होने वाले स्वास्थ्य और सुरक्षा के तरीकों में सर्वोत्तम स्टैण्डर्ड को लागू करने और शिक्षित करना सिखाया जायेगा।


अब तक करीब 35000 टायर फिटर का प्रशिक्षण और प्रमीणाकरण, स्किल इंडिया कार्यक्रम के प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) के Recognition of Prior Learning program के तहत किया जा चुका है. इसके अंतर्गत 19 राज्यों के 119 जिलों को कवर किया गया है। सरकार का लक्ष्य मार्च 2020 तक उत्तर प्रदेश से अकेले ही 40,000 टायर-फिटर का कौशल प्रमाणीकरण करना है।