लखनऊ। प्रदेश की ग्राम पंचायतों द्वारा वर्ष 2020-21 की कार्ययोजना तैयार किये जाने की कार्यवाही 2 अक्टूबर से की जा रही है। इस अवधि तक जनपदों में 58575 फैसिलिटेटर अपॉइंट किए जा चुके हैं। विभिन्न विभागों के 57071 कर्मी अपॉइंट कर 41856 ग्राम सभाओं की बैठकों का आयोजन कर कार्ययोजना तैयार करने की कार्यवाही की जा रही है।
यह जानकारी निदेशक पंचायतीराज डा. ब्रह्मदेव राम तिवारी ने दी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की ग्राम पंचायतों द्वारा संचालित जन योजना अभियान वर्ष 2019 की है, जिसके अंतर्गत प्रदेश की ग्राम पंचायतें सहभागी नियोजन द्वारा वर्ष 2020-21 की कार्ययोजना को तैयार किये जाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जनपदों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी द्वारा लगातार बैठक करके अभियान की प्रगति की समीक्षा की जा रही है। मंडल स्तर पर मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है एवं जन योजना अभियान में सहयोग के लिए ग्राम पंचायतों में फैसिलिटेटर के प्रशिक्षण की कार्यवाही सतत रूप से की जा रही है।
निदेशक पंचायतीराज ने बताया कि जन योजना अभियान के अंतर्गत वर्ष 1920-21 की कार्य योजना का आधार मिशन अंत्योदय के सर्वेक्षण में आए क्रिटिकल गैप पर चर्चा एवं अनुमोदन के पश्चात प्राथमिकता के आधार पर की जाने वाली गतिविधियों पर कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि राज्य स्तर पर प्रत्येक सप्ताह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जन योजना अभियान के तहत की जाने वाली गतिविधियों की समीक्षा की जा रही है। पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 31 दिसंबर तक सभी पंचायतों को वार्षिक कार्य योजना तैयार किये जाने के निर्देश दिए गए हैं।