लखनऊ, 18 नवम्बर। परिवहन विभाग के अंतर्गत कार्यरत सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ (लीड एजेंसी) द्वारा उत्तर प्रदेश में होने वाली सड़क दुर्घटना एवं सड़क दुर्घटना में मृत व्यक्तियों की संख्या में कमी लाये जाने हेतु संबंधित सभी मुख्य विभागों के बीच एक नोडल विभाग की भूमिका के उत्तरदायित्व का निर्वहन कर रहा है। उत्तरदायी सभी विभागों के पारस्परिक सामंजस्य के फलस्वरूप इस वर्ष माह जुलाई, सितम्बर एवं अक्टूबर में विगत वर्ष के इन्हीं माहों की तुलना में सड़क दुर्घटना की संख्या, घायलों की संख्या तथा सड़क दुर्घटना में मृत व्यक्तियों की संख्या में कमी दर्ज की गयी है। मृतकों की संख्या पिछले वर्ष की अपेक्षा क्रमशः 2.4, 9.8 एवं 7.8 प्रतिशत की कमी आयी है, जो कि अपने में एक उल्लेखनीय उपलब्धि रही है।
यह जानकारी परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि ठोस प्रवर्तन कार्रवाई के तहत प्रत्येक सप्ताह हेल्मेट एवं सीट बेल्ट के संबंध में परिवहन विभाग द्वारा नियमित चेकिंग की कार्यवाही की गई, जिसके कारण जुलाई से सितम्बर के त्रैमास में बिना हेलमेट पहनने वालों के विरुद्ध विगत वर्ष 81436 के सापेक्ष इस वर्ष 1,10,916 चालान किये गये। इसी तरह सीट बेल्ट न लगाने वालों के विरुद्ध 29977 के सापेक्ष 33789 चालान किये गये।
श्री साहू ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण ओवर स्पीडिंग है। इस लिए इसके विरुद्ध प्रभावी प्रवर्तन कार्यवाही करते हुए 8 गुना चालान किये गये। जुलाई से सितम्बर के त्रैमास में पिछले वर्ष 744 के सापेक्ष इस वर्ष 5808 चालान किये गये। स्कूली वाहनों की शत-प्रतिशत चेकिंग की गई, जिसमें 3733 वाहनों का पंजीकरण वाहन के फिट न होने के कारण निलम्बित किये गये। साथ ही अभियान चलाकर यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले 7428 चालकों के ड्राइविंग लाईसेन्स निलम्बित किये गये। इसी प्रकार अन्य अपराधों यथा गलत दिशा में वाहन चलाना, रिट्रो-रिफ्लेक्टिव टेप न लगाना तथा मदिरा पान करके वाहन चलाने आदि पर भी सघन कार्यवाही की जा रही है।
आयुक्त ने बताया कि सड़क सुरक्षा जागरूकता संबंधी कार्यक्रम के माध्यम से प्रत्येक त्रैमास में सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया गया। अब तक माह जून एवं अक्टूबर में सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जा चुका है तथा तीसरा सड़क सुरक्षा सप्ताह 18 से 24 नवम्बर तक मनाया जा रहा है। सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत कार्यशाला/सेमिनार, रैली, बाइकोथाॅन, विद्यालयों में छात्रों के बीच विभिन्न तरीके की प्रतियोगिताएं आयोजित कर सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।
श्री साहू ने बताया कि 1057 ब्लैक स्पाॅट्स का चिन्हाकंन एवं उनके सुधार की कार्यवाही पूर्ण करायी गयी तथा नये चिन्हित 1270 ब्लैक स्पाट्स के सुधार की कार्यवाही करायी जा रही है। सुधार किये गये ब्लैक स्पाट्स के सत्यापन हेतु परिवहन एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम द्वारा सत्यापन भी कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आटोमेशन के क्षेत्र में लखनऊ में इंसपेक्शन एवं सर्टिफिकेशन सेन्टर (व्यावसायिक वाहनों के फिटनेस की जांच हेतु) का संचालन सुनिश्चित किया गया है। मोटर यान अधिनियम में संसोधन के फलस्वरूप जनमानस में यातायात नियम के पालन की प्रवृत्ति बढ़ रही है।