सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने 66वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह का शुभारम्भ किया 
लखनऊ, 15 नवम्बर। विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी 14 नवम्बर से 20 नवम्बर तक 66वें अखिल भारतीय सहकारिता सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। सप्ताह के सातों दिवसों को उद्देश्यवार मनाये जाने के कार्यक्रम के अन्र्तगत उप्र राज्य भण्डारण निगम के प्रांगण में सहकारिता विभाग की शीर्ष सहकारी संस्थाआं में से एक उप्र राज्य भण्डारण निगम एवं उप्र राज्य उपभोक्ता सहकारी संघ लि. द्वारा संयुक्त रूप से विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने की।

गोष्ठी में एमवीएस रामी रेड्डी, प्रमुख सचिव, सहकारिता, एसवीएस रंगाराव, आयुक्त एवं निबन्धक, जुनीद अहमद, विशेष सचिव, सहकारिता, आन्द्रा वामसी, अपर आयुक्त एवं अपर निबन्धक (बैंकिग), अपर आयुक्त एवं अपर निबन्धकगण, शीर्ष सहकारी संस्थाओं के प्रबन्ध निदेशक, सहकारिता विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं निगम के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने भाग लिया।

श्री वर्मा सहकारिता मंत्री ने सहकारिता विभाग की शीर्ष सहकारी संस्थाओं को सुदृढ बनाये जाने पर विशेष बल दिया, साथ ही सहकारिता विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों को दिलायेे जाने के निर्देश दिये। उन्होंने भण्डारण निगम एवं सहकारी संस्थाओं द्वारा अपनी योजनाओ एवं कार्यो को नई तकनीक को अपनाते हुए पारदर्शी बनाये जाने की बात कही।

 

उप्र राज्य भण्डारण निगम के प्रबन्ध निदेशक श्रीकान्त गोस्वामी ने बताया कि निगम 1962 के अधीन राज्य सरकार द्वारा वर्ष 1958 में स्थापित हुआ। निगम का मुख्य कार्यकलाप कृषि उपज, बीज उर्वरक, तथा अन्य अधिसूचित वस्तुओं के वैज्ञानिक भण्डारण एवं परिवहन की व्यवस्था करना। प्रदेश में निगम के 13 क्षेत्रीय कार्यालय एवं 156 भण्डारगृह संचालित है, वर्तमान में निगम की कुल भण्डारण क्षमता 41.54 लाख मै.टन (स्वनिर्मित 25.13, किराए पर 4.65, पी0ई0जी0 11.75) है। निगम द्वारा वर्ष 2017-18 में 18.32 लाख मै.टन एवं वर्ष 2018-19 में 20.41 लाख मै.टन चावल तथा वर्ष 2018-19 में 37.65 लाख मै. टन तथा वर्ष 2019-20 में 26.13 लाख मै.टन गेहॅू का भण्डारण किया गया।

निगम द्वारा सहकारी संस्थाओं तथा किसानों को भण्डारण शुल्क में क्रमशः 10 प्रतिशत एवं 30 प्रतिशत की छूट दी जाती है साथ ही कृषकों हेतु कृषक प्रसार सेवा योजना का संचालन किया जा रहा है जिसके तहत कृषकां को उनके अनाज के भण्डारण एवं उनकी सुरक्षा के उद्देश्य से निगम में कार्यरत कुशल तकनीकी कार्मिकों द्वारा निःशुल्क प्रशिक्षित किया जाता है। इस अवसर पर राज्य भण्डारण निगम के सभी अधिकारी/कर्मचारी व अन्य संस्थाओं के कर्मचारी आदि उपस्थित थे।