निषाद बिंद कश्यप राजभर प्रजापति प्रतिनिधि सम्मेलन 12 को 

- निषाद बिंद कश्यप राजभर प्रजापति प्रतिनिधि सम्मेलन 12 नवम्बर को
- प्रदेश सरकार द्वारा आरक्षण प्रस्ताव वापस लेने के विरोध में होगा धरना प्रदर्शन


लखनऊ, 10 नवम्बर। राष्ट्रीय निषाद संघ के राष्ट्रीय सचिव लौटन राम निषाद ने प्रदेश सरकार द्वारा निषाद, बिन्द, कश्यप, राजभर, प्रजापति आदि 17अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जातियां में शामिल करने सम्बन्धी प्रस्ताव को वापस लिये जाने पर नाराजगी जतायी है। उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार ने इस समाज के साथ वादा खिलाफी के साथ-साथ प्रस्ताव वापस कर बहुत बड़ा विश्वास घात किया। राज्य सरकार के इस अति पिछड़ा विरोधी नीतियों के विरूद्ध निषाद, बिन्द, कश्यप, राजभर, प्रजापति समाज एकजुट होकर धरना प्रदर्शन करेगा। आगामी 12 नवम्बर को 10 बजे से 4 बजे तक अन्तर्राष्ट्रीय बौध्द शोध संस्थान प्रेक्षागृह, निकट फन माल, रिजर्व बैंक के सामने राज्यसभा सांसद विशम्भर प्रसाद निषाद के मुख्य आतिथ्य में 17 अति पिछड़ी जातियों के प्रतिनिधियों का चिन्तन शिविर आयोजित किया गया है। इस चिन्तन शिविर में निर्णय लेकर जिला मुख्यालयों, विधानसभा व जन्तर-मन्तर पर धरना प्रदर्शन किया जायेगा।
निषाद ने बताया कि निषाद बिन्द कश्यप राजभर प्रजापति प्रतिनिधि सम्मेलन में इन जातियों के जनप्रतिनिधियों, पूर्व सांसदों, विधायकों, मन्त्रियों व संगठन पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया है। आम सहमति से रणनीति बनाकर धरना प्रदर्शन व आन्दोलन का निर्णय लिया जाएगा। निषाद, मछुआ, मल्लाह, केवट, माझी, बिन्द, धीवर, धीमर, रायकवार, बाथम, गोड़िया, तुरहा, भर, राजभर, कुम्हार, प्रजापति आदि 17 अति पिछड़ी जातियां 1950 से अनुसूचित जाति में शामिल मझवार, तुरैहा, गोंड़, पासी, तड़माली व शिल्पकार की पर्यायवाची जातियां हैं।
निषाद ने बताया कि भाजपा ने आरक्षण की विसंगति दूर कर 17 अतिपिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति का आरक्षण दिलाने का वादाा किया था। भाजपा सरकार ने अपना वादा पूरा न कर 2004 से  विचाराधीन प्रस्ताव को वापस कर बहुत बड़ा धोख किया है। 12 नवम्बर को चिन्तन शिविर के बाद 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंण्डल मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद विशम्भर प्रसाद निषाद के नेतृत्व में राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन राज्यपाल महोदया के माध्यम से देकर 17 अतिपिछड़ी जातियों को मझवार, गोंड़, तुरैहा, पासी, तड़माली, बेल्दार व शिल्पकार के साथ परिभाषित कर आरक्षण की सुविधा दिये जाने की माँग करेगा।