- क्रय केन्द्रों पर किसानों को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा
नहीं होनी चाहिए
- शौचालय निर्माण में हुई अनियमितता की 30 नवम्बर तक जांच
कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए
- खराब नलकूपों की मरम्मत का कार्य 12 नवम्बर तक
पूर्ण करने के निर्देश : सूर्य प्रताप शाही
लखनऊ, 8 नवम्बर। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाय कि कोई भी किसान अपना धान बेचे बिना क्रय केन्द्र से वापस न जाए। साथ ही धान क्रय में तेजी लाई जाये। इसके साथ ही ऑनलाइन व्यवस्था से सभी किसानों का धान क्रय किया जाये, इस बात पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि क्रय केन्द्रों पर किसानों को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए।
कृषि मंत्री विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डेंगू और मलेरिया रोग से बचाव एवं नियंत्रण हेतु विशेष हेल्थ कैम्प लगाने के साथ-साथ शहर की नालियों की साफ-सफाई भी सुनिश्चित करायं। उन्होंने आयुष्मान कार्ड वितरण की भी समीक्षा की और कार्ड वितरण की प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उसमे तेजी लाने के निर्देश दिये।
श्री शाही ने कहा कि विद्युत व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए जले हुए एवं खराब पड़े ट्रांसफार्मर को यथाशीघ्र बदला जाये। इसके अतिरिक्त विद्युत सप्लाई की समीक्षा करते हुये रोस्टर के हिसाब से निरन्तर विद्युत सप्लाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जनपद में शौचालय के निर्माण में किसी भी प्रकार की कोई अनियमितता नहीं होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त यह भी ध्यान देने की आवश्यकता है कि पात्र लाभार्थी किसी भी प्रकार योजना के लाभ से वंचित न रहे। उन्होंने 30 नवम्बर तक शौचालय निर्माण में हुई अनियमितता की जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्यवाही करने का निर्देश दिया।
कृषि मंत्री ने रोस्टर के हिसाब से नहरों की सफाई तय समय में पूरा करने के साथ उसकी जानकारी जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने खराब नलकूपों की मरम्मत का कार्य 12 नवंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त पीएम किसान योजना के पात्र किसानों के संशोधन का कार्य 30 नवम्बर से पूर्व तेजी से सुनिश्चित किया जाय। समीक्षा में कृषि मंत्री को बताया गया कि जनपद में यूरिया पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।