एसएसपी ने अलीगंज थाने का किया औचक निरीक्षण

लखनऊ। एसएसपी कलानिधि नैथानी आज अलीगंज थाने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने थानों की साफ -सफाई का जायजा  लिया। साथ ही अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बैठक की। बैठक में एसपी ट्रांसगोमती, सीओ अलीगंज, एसओ अलीगंज, एसओ जानकीपुरम और मडिय़ांव एसओ मौजूद रहे। वहीं एसएसपी ने आज अलीगंज थाने में सिपाही बीट पर सभी सिपाहियों से बात की। साथ ही उस दौरान उन्होंने कहा अगर किसी थाने की बीट का आरोपी किसी दूसरे थाने पर पकड़ा गया, किसी के क्षेत्र में अवैध शराब बनाई जा रही है और उसमें कोई केमिकल की जानकारी मिलती है तो बीट सिपाही से पूछताछ होगी। उन्होंने हिस्ट्रीशीटर के बारे में बात करते हुए कहा किसी घटना को कारित कर दूसरे थाने में पकड़ा गया तो भी उसके क्षेत्रीय बीट सिपाही से पूछताछ की जाएगी। साथ ही उन्होंने सीओ को निर्देश देते हुए कहा कि रोजाना तीन बीट सिपाहियों से उनके क्षेत्र की जानकारी लें और उनके साथ क्षेत्र में पैदल गश्त  भी करें।
एसएसपी ने पुलिसकर्मियों को पुलिसिंग करने के बेहतर तरिके बताने के साथ ही सिपाहियों के उनके बीट पर जानकारी ली। उनके क्षेत्रों में बैंक, मंदिरों व हिस्ट्रीशीट के बारे में जानकारियां ली है। जिसके बाद एसएसपी ने अलीगंज इंस्पेक्टर को बीट बदलने के निर्देश दिये। वहीं छोटी-छोटी बीट देकर सिपाहियों को बीट पुलिस ऑफिसर बनाने के निर्देश दिये हैं। साइबर अपराध से संबंधित छपवाए गए पम्पलेट को भी कहा गया है बीट सिपाही घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगे। रोजाना बीट सिपाही अपनी बीटों का निरीक्षण करेगा। सिपाही स्कूल के बाहर छात्राओं के साथ हो रही घटनाओं पर भी जानकारी हासिल करेगें। उन्होने कहा कि बीट सिपाही की सूचना रजिस्टर होने के अगर दरोगा संज्ञान नहीं लेता है तो उस पर कार्रवाई होगी। उन्होंने सिपाहियों से सिपाही हेल्प लाइन के बारे में भी की जानकारी ली। साथ ही कहा कि सिपाही हेल्पलाइन नंबर 9454458168 पर सूचना मिलने पर सिपाही तत्काल उसका संज्ञान लेगा। 
उन्होने कहा कि लखनऊ एक तेजी से विकसित करने वाला शहर है और बीट की जो व्यवस्था है वह पुरानी है। यहां आज सिपाहियों से बीट पुलिसिंग की बात की गई है। जैसे अलीगंज थाने में सिर्फ  चार बीट हैं और 63 सिपाही हैं तो कम से कम 40 बीट होने चाहिए। यहां पर छोटी-छोटी बीट बनाएं कांस्टेबल कोशिश करें की रोज अपने बीट पर जाए किसी दिन विशेष कोई बात हो तो छोड़ कर कोशिश करे रोज अपनी बीट पर जाए। कांस्टेबल जिस बीट का होगा वह बीट ऑफिसर कहलाएगा। वीपीओ कहा जाएगा। लोगों से कहे की मैं बीट ऑफिसर हुं अपना नाम बताए लोगों को जाने उनकी परेशानियां पूछें। उस क्षेत्र के अपराधियों के बारे में पूछें व जो छोटी-छोटी सम्स्याएं हैं वह बीट लेबल पर ही हल हो जाए। पर छोटी सम्स्या के लिए बड़े अधिकारियों के पास ना जाना पड़ें। अगर कोई गंभीर सम्स्या हो तो उसे बीट इंचार्ज हल करें। जो कांस्टेबल हैं उन्हे हम एक तरफ बीट ऑफिसर का जो सम्मान दे रहे हैं उसके साथ ही जिम्मेदारियां भी दी जा रहीं है।
एसएसपी ने बताया कि नवम्बर माह में चारों थोनों के सभी एसपी को बताया गया था कि बृहद साफ-सफाई व दस्तावेजों को दुरस्त करने का अभियान व सभी थाने में एक बैमिंटन व वॉलीबॉल कोड बनाने का अभियान चलाया जाए। इससे हमें बहुत खुशी हुई और हम गर्व के साथ बता सकते है कि एक अभियान चला जिसके तहत थानों में मौजूद अनावश्यक खड़ें वाहनों को हटाया गया और उन्हे एक सुनिश्चित जगह पहुंचाया गया जहां उनकी निलामी जारी है। थानों पर जहां जगह बचा वहां एक बैमिंटन व वॉलीबॉल कोड बनाया गया। साफ-सफाई का बृहद कार्य किया गया जिसके तहत दस्तावेजों की बॉडिग की गई। थाना एक ऐसा आफिस है जो चैबिसो घंटे खुला रहता है। इसका आगंतुक सुलभ होना जरुरी है। मेरे द्वारा सभी एसपी से एक रिपोर्ट मांगी जा रही है कि किस थाने ने अच्छा काम किया है या किस थाने का काम अच्छा नहीं है। इस बात का ध्यान रखते हुए जिस थाने का काम अच्छा होगा उसे इनाम दिया जाएगा। जिस थाने ने लापरवाही की है उसके खिलाफ  कार्रवाई की जाएगी।