एसटीएफ ने दबोचा नकली नोटों की सप्लाई करने वाले गिरोह के दो सदस्य

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने कूटरचित भारतीय करेंसी नोटों की सप्लाई करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो सदस्यों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। पकड़े गए अभियुक्तों के कब्जे से एसटीएफ  की टीम ने उनसे निर्मित कुल 9,400 ₹ भारतीय करेंसी बरामद करने मे सफलाता प्राप्त की। जिसमे 100 के कूटरचित 84 नोट कुल 8400,200 के 5 नोट कुल ₹ 1000, एक मोबाईल फोन और एक मोटरसाइकिल बरामद की है। पूछताछ में अभियुक्तों ने अपना नाम अमित राठौर पुत्र शिव प्रसाद राठौर निवासी राजीपुर थाना बिल्हौर जनपद कानपुर नगर, अवधेष सिंह पुत्र नरेश सिंह चन्देल निवासी विनगवॉ मौरंग मण्डी थाना बिधनू जनपद कानपुर नगर बताया है। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना हरवंश मोहाल, जिला कानपुर नगर में मुकदमा पंजीकृत कराकर अग्रिम कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है।
एसएसपी एसटीएफ राजीव नारायण मिश्र ने बताया कि पूछताछ के दौरान अभियुक्त उपरोक्त ने बताया कि हम लोग कई महीनों से फेक करेंसी बनवाकर सप्लाई का काम करते है। शुरूआत में हम लोगों द्वारा पहले प्रिन्टर से प्रिन्ट की हुई जाली करेन्सी सप्लाई की गयी लेकिन वह जल्द जनता की पकड़ में आ जाती थी, क्योंकि उसमें सिक्यूरिटी थ्रेड नही होता था इस लिए जनता उसको आसानी से पहचान लेती थी। इसके बाद हम लोगों द्वारा उसमें सिक्यूरिटी थे्रड डालकर नकली जाली करेंसी बनाना शुरू किया, जो हू बहू असली जैसी दिखती है। परन्तु इसमें गॉधी का वाटर मार्क नही है। इस वाटर मार्क को डेवलप करने के लिए हम लोगों द्वारा तरह-तरह के प्रयास किये जा रहे थे कि आप लोगों द्वारा पकड़ लिए गये।


आगे पूछताछ पर बताया कि हम लोग 200, 100 व 50 ₹ के नोटों को ज्यादा बनाते थे, क्यों कि इन नोटों को लोग बिना ध्यान दिये स्वीकार कर लेते है। जबकि 500 व 2000 ₹ के नोट को लेने में काफी एहतियात बरतते है। इन लागों से मिली अन्य जानकारी के आधार पर इस गैंग के सदस्यों एवं इनके अन्य ठिकानों, उपकरणों व जाली करेन्सी की बरामदगी का प्रयास किया जा रहा है।