- एफआईआर की धाराएं बदलेंगे हम लोग : अमित शाह
लखनऊ। देश के गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि देश की सुरक्षा गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी है, इसलिये आंतरिक सुरक्षा एवं वाहèय सुरक्षा के बीच समन्वय स्थापित होना चाहिये। इसके अलावा जनता का पुलिस को देखने का नजरिया व पुलिस को जनता को देखने का नजरिया बदलना होगा। इसके लिये सरकार द्बारा आईपीसी और सीआपीसी में आमूल चामूल परिवर्तन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस विश्वविद्यालय का निर्माण भी यही सरकार करायेगी, ताकि पुलिस विभाग में जाने की इच्छा रखने वाले बच्चे संबधित शिक्षा ग्रहण कर सकें।
गृहमंत्री श्री शाह लखनऊ में 47वींं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थ्। राजधानी में आने पर खुशी की अनुभूति व्यक्त करते हुये उन्होंने कहा कि नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी का भी हम निर्माण करेंगे। नारकोटिक्स डिपार्टमेंट में भी बदलाव की जरूरत है। जेलों के मैनुअल, ट्रैफ्रिक, परेड को नियमित करना जरूरी है। सुरक्षा के मामले में शीघ्र ही एनआरसी लागू करने वाले हैं। साइबर हमले और फेक करेंसी को रोकने की जिम्मेदारी हमारी, 21वीं सदी की आंतरिक सुरक्षा को चुस्त दुरुस्त करना है। ताकि 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने का मोदी का सपना पूरा कर सकें। उन्होंने कहा कि सिर्फ टेकलॉजी से नहीं, भावनाये होना जरूरी है, अच्छी बिल्डिंग से कुछ नहीं होता है, भावना अच्छी होनी चाहिये। नागरिकों मे पुलिस के प्रति सम्मान की भावना पैदा करना होगा। उच्च अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि सभी पुलिस वालों के अंदर कार्य का गर्व पैदा करें। यह तभी संभव है जब कांस्टेबिल से डीजीपी तक एक फोर्स के रूप में काम करेंगे। इसके अलावा केन्द्र और राज्य सरका के बीच समन्वय स्थापित होना चाहिये। उन्होंने कहा कि यह समारोह समाधान निकालने के लिये होते हैं, इन कार्यक्रमों से निकालने वाले परिणामों को नीचे स्तर तक लागू किया जाना चाहिये। इस कांग्रेस में ध्यान दिया जाना चाहिये कि आज तक 196० से 2०19 तक जो कांग्रेस का आयोजन हुआ है उसमें क्या हुआ है, जो परिणाम निकलने थ् उनका क्या हुआ। क्यों अमल में नही आये। उन्होंने योगी सरकार की तारीफ करते हुये कहा कि मुझे गर्व है कि योगी सरकार ने उप्र की कानून व्यवस्था को सुधारा है। कानून का राज चल रहा है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशन प्रसाद मौर्या व डॉ. दिनेश शर्मा समेत वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री, भाजपा संगठन के पदाधिकारी व अधिकारी आदि मौजूद रहे।