मुख्यमंत्री योगी ने गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में मठ की परंपराओं का निर्वहन किया

- गोरक्षपीठाधीश्वर ने विजयादशमी के अवसर पर भगवान राम का किया राज्याभिषेक


- शोभा यात्रा के दौरान सामने से आ रही एम्बुलेंस को गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के इशारे पर दिया गया रास्ता


गोरखपुर/लखनऊ, 8 अक्टूबर। गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने विजयादशमी के अवसर पर पारंपरिक वेशभूषा में भगवान श्रीराम का राजतिलक किया। गोरक्षपीठाधीश्वर के नेतृत्व में गोरखनाथ मंदिर से रामलीला मैदान तक भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। गोरखनाथ मंदिर में दूर-दूर से आये श्रद्धालुओं ने गोरक्षपीठाधीश्वर का तिलक कर उनसे आशीर्वाद लिया। योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में श्रीनाथ जी का विशिष्ठ पूजन किया। इस दौरान गोरखनाथ मंदिर वैदिक मंत्रों से गूंज उठा। शोभा यात्रा के दौरान गोरखनाथ ब्रिज की तरफ से आ रही एम्बुलेंस को रुकी देख कर स्वयं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने रास्ता दिलवाते हुए ड्राइवर को एम्बुलेंस ले जाने का इशारा किया। शोभायात्रा में मुस्लिम समुदाय ने भी हिस्सा लिया और भव्य स्वागत करते हुए पुष्प वर्षा की।


मंगलवार को विजयादशमी के दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में मठ की परंपराओं का निर्वहन कर रहे थे। गोरक्षपीठाधीश्वर ने गोरखनाथ मंदिर में श्रीनाथ जी एवं मंदिर में स्थापित सभी देवी-देवताओं का विधि-विधान से पूजन किया। उसके बाद गोरखनाथ मंदिर के तिलक हॉल में गोरक्षपीठाधीश्वर का तिलकोत्सव कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। दूर-दूर से आये श्रद्धालुओं एवं नाथ संप्रदाय से जुड़े साधु संतों ने तिलक लगाकर गोरक्षपीठाधीश्वर का आशीर्वाद लिया। 


गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में गोरखनाथ मंदिर से शहर में भव्य विजय शोभा यात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा में योगी भारी सुरक्षा के बीच पारंपरिक विशेष वेशभूषा में एक खुले रथ पर सवार थे।  गोरखपीठाधीश्वर को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोग रास्ते-रास्ते गोरक्षपीठाधीश्वर पर फूलों की वर्षा कर रहे थे और उन पर माला अर्पित कर रहे थे। भक्ति गीत और संगीत के बीच बैंड की धुन से लोगों के बीच भक्ति और उत्‍साह संचारित हो रहा था। शोभा यात्रा में गोरखनाथ मंदिर से जुड़े लोग भाला, कृपाण लेकर रथ के आगे चल रहे थे। जय श्रीराम के जयकारों के बीच शोभा यात्रा पुराना गोरखपुर स्थित मानसरोवर मंदिर पहुंची, जहां उन्होंने भगवान शिव सहित सभी देव-विग्रहों का पूजन अर्चना की। उसके बाद शोभा यात्रा रामलीला मैदान पहुंची। जहां योगी आदित्यनाथ ने भगवान श्रीराम का राजतिलक किया। 


रामलीला मैदान में अपने संबोधन के दौरान गोरक्षपीठाधीश्वर मुख्यमंत्री योगी न कहा कि विजयदशमी का त्योहार पाप,अन्याय और अत्याचार पर सत्य,धर्म और न्याय की जीत का प्रतीक है। सीएम योगी ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम केवल उपासना के पात्र नहीं है उनका जीवन आदर्शों से भरा हुआ है इसलिए हम सभी को भगवान राम के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि 14 वर्षों के बनवासकाल के दौरान भगवान राम ने ऋषि मुनियों और धर्म की रक्षा के लिए राक्षसों का वध किया और उन्हें पापियों और अत्याचारियों से मुक्ति दिलाई।


सीएम योगी ने कहा कि इस बार आयोध्या में 6 देशों की रामलीलाओं का आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि थाईलैंड एक बड़े मुस्लिम देश का राजा खुद को भगवान राम का वंशज मानता है। दुनिया के कई देशों में कई भाषाओं में रामलीला का मंचन होता है। सीएम योगी ने कहा हमारी भाषाएं अलग अलग हो सकती हैं मगर भाव एक जैसा है। उन्होंने कहा कि भगवान राम के जीवन से प्रेरणा लेकर  अपने जीवन में व्यापक सुधार लाया जा सकता है।


एम्बुलेंस को दिया गया रास्ता-


शोभा यात्रा के दौरान हजारों लोगों की भीड़ सड़क पर चल रही थी तभी गोरखनाथ ब्रिज की तरफ से आ रही एम्बुलेंस को सीएम योगी के निर्देश पर  तत्काल रास्ता दिया गया। सीएम योगी का इशारा मिलते ही सुरक्षाकर्मियों ने रास्ते से लोगों को हटाया और एम्बुलेंस  को रास्ता दिया गया।


मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गोरक्षपीठाधीश्वर पर बरसाए पुष्प शोभा यात्रा का किया भव्य स्वागत-


गोरखनाथ मंदिर से निकलते ही मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ पर गुलाब के फूलों की वर्षा की और माला पहनाकर उनका अभिवादन किया तो वहीं अन्य लोगों ने गोरक्षपीठाधीश्वर पर पुष्पों की वर्षा की और उनकी आरती उतारी। इस दौरान गोरक्षपीठाधीश्वर ने सभी लोगों को प्रसाद भी दिया।


बाबा जी हमें भी प्रसाद दीजिए-


शोभा यात्रा के रामलीला मैदान की तरफ आगे बढ़ने के दौरान कई छोटे-छोटे बच्चे जोर-जोर से चिल्लाने लगे कि 'बाबा जी हमे भी प्रसाद चाहिए'। जैसे ही योगी की नजर उन बच्चों पर पड़ी वो थोड़ा मुस्कुराए और उन्होंने तत्काल सुरक्षा कर्मियों के हाथों में प्रसाद थमा दिया और उन बच्चों को बाबा जी से प्रसाद प्राप्त हो गया।