योगी ने छोटे-बड़े जनप्रतिनिधियों को पत्र लिखा
- श्रमिकों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में सहयोग प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों को लिखा पत्र

 

लखनऊ, 25 सितम्बर। प्रदेश सरकार समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुँचाने का कार्य कर रही है, जिससे इनके परिवार को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के समस्त मेयर, जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लाक प्रमुख, नगर पालिका व नगर पंचायत अध्यक्ष तथा समस्त ग्राम प्रधानों को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वे अपने क्षेत्र के निर्माण कार्य में लगे हुए श्रमिकों को श्रम विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ दिलाने में सहयोग प्रदान करें।

मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों को आज लिखे पत्र में कहा है कि श्रम विभाग उप्र भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के माध्यम से श्रमिकों व उनके परिवारों की उन्नति के लिए हितकारी योजनाओं से लाभान्वित करने का कार्य कर रहा है। इन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भवन एव अन्य संनिर्माण कार्यों में लगे निर्माण श्रमिकों को तभी मिलता है, जब वे इस बोर्ड के अंतर्गत पंजीकृत हों। उन्होंने कहा है कि योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावी ढंग से हो और अधिक से अधिक निर्माण श्रमिकों को इसका लाभ मिले, इसके लिए ग्राम स्तर पर भी जन सामान्य के साथ श्रमिक परिवारों को जानकारी देने तथा योजनाओं के लाभ के प्रति जागरूक करने में अपना सहयोग प्रदान करें, जिससे निर्माण श्रमिकों का बहुतायत में पंजीकरण हो, इन्हें योजनाओं का लाभ मिले और समाज के इस कमजोर वर्ग का विकास हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सुदूर गांवों एवं नगर क्षेत्रों में श्रमिकों के हितार्थ संचालित योजनाओं की जानकारी न होने से पात्र श्रमिक भी अपना पंजीकरण नहीं करा पाते। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि यदि बोर्ड की योजनाओ का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय और श्रमिकों का अधिकाधिक पंजीयन हो, तो निर्माण श्रमिकों को न केवल अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी बल्कि वे इन योजनाओं का लाभ प्राप्त कर अपनी परिस्थितियों में सुधार भी कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने अपने पत्र के साथ निर्माण श्रमिकों के लिए संचालित योजनाओं का विवरण भेजकर जनप्रतिनिधियों से अपेक्षा की है कि वे स्वयं इन योजनाओं से अवगत होकर अपने क्षेत्र में कार्यरत निर्माण श्रमिकों का पंजीकरण कराने में सहयोग दें और उन्हें इन हितकारी योजनाओं से लाभान्वित कराने का कार्य करायें तथा उनकी दयनीय स्थिति में सुधार के साक्षी बनें।