- दूसरे राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को वापस लाएंगे : मुख्यमंत्री योगी
- उत्तर प्रदेश में फंसे दूसरे राज्यों के श्रमिकों को भी घर भेजा जाएगा
- सीएम योगी ने 18 जिलों में भेजे 54 विशेष अधिकारी
- प्रदेश में अबतक 1604 केस, कोरोना से 24 लोगों की मौत
- कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने लोकभवन में की प्रेस कॉन्फ्रेंस
लखनऊ। दूसरे प्रदेशों में फंसे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को जल्दी से जल्दी वापस लाने की योजना बनाने का निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दे दिया है। जो श्रमिक लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंस गए हैं और क्वारंटीन की 14 दिन की अवधि पूरी कर चुके हैं, उनके लिए बसें भेजकर उनको वापस लाने की योजना बनाने का निर्देश आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दिया है। इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न जिलों में दूसरे राज्यों के जो नागरिक क्वारंटीन में हैं और 14 दिनों की अवधि पूरी कर चुके हैं, उन्हें भी घर भेजने का निर्देश सीएम योगी ने दिया है। यह जानकारी शुक्रवार को यहां लोकभवन में कोरोना वायरस के संबंध में की गई प्रेस कांफ्रेंस में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने पत्रकारों को दी।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि प्रदेश के जिन 18 जिलों में कोरोना का संक्रमण अधिक है, उन जिलों में 54 अधिकारियों को भेजकर सीएम योगी ने कोरोना से रोकथाम व बचाव की तैयारियों को और कड़ा कर दिया है। सीएम योगी हर दिन कोरोना से बचाव व रोकथाम के साथ ही प्रदेश के हालात की समीक्षा कर रहे हैं। शुक्रवार को भी सीएम ने 5 कालीदसा मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास पर टीम 11 के साथ बैठक कर कई महत्वर्पूण निर्देश जारी किए।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 20 से अधिक कोविड केस वाले जिलों की विशेष रूप से समीक्षा की है। इन जिलों में एक प्रशासनिक, एक स्वास्थ्य विभाग और एक पुलिस अधिकारी को तैनात करने का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि 18 जिलों में इन अधिकारियों को भेजा रहा है। ये अधिकारी शनिवार से संबंधित जिलों में अपना काम शुरू कर देंगे। ये अधिकारी लॉकडाउन, मेडिकल व प्रशासनिक क्वारंटीन सेंटर, कम्यूनिटी किचन और शेल्टर होम, तब्लीगी जमात से जुड़े केस, ट्रेनिंग, प्राइवेट व सरकारी अस्पताल, आपातकालीन सेवाओं, खाद्यान्न वितरण, सहित जिले के हालात की जांच व समीक्षा करेंगे।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि बताया कि ये 18 जिले आगरा, फिरोजाबाद, लखनऊ, रायबरेली, गाजियाबाद, मेरठ, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, बस्ती, औरैया, संभल, सीतापुर, शामली, सहारनपुर, कानपुर नगर, मुरादाबाद, बिजनौर और अमरोहा है। इन जिलों में कुल 54 अधिकारियों की विशेष रूप से तैनाती की गई है। ये अधिकारी हर दिन रिपोर्ट देंगे। जिसके आधार पर सीएम योगी इन 18 जिलों की हर रोज समीक्षा करेंगे।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी निर्देश दिया है कि प्रदेश में वेंटिलेटर की उपलब्धता पर्याप्त संख्या में रहे। लेवल-1, लेवल-2, लेवल-3 में बेड की संख्या बढ़ा लें। लेवल-1 में पांच बेड पर एक ऑक्सीजन सिलेंडर, लेवल-2 में हर बेड पर ऑक्सीजन और लेवल-3 में हर बेड पर वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए पॉज़िटिव आए मामलों की कॉन्टैक्ट हिस्ट्री के विषय में गम्भीरता से जानकारी जुटाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश देते हुए कहा है कि यह सुनिश्चित हो कि कोविड अस्पतालों में केवल कोविड केस और नॉन कोविड अस्पतालों में अन्य रोगों का उपचार हो। साथ ही सीएम ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि टेलीमेडिसिन के लिए हर जनपद में डॉक्टरों की तैनाती कर दी गई है। प्रदेशवासी फोन पर किसी भी रोग के संबंध में इन डॉक्टरों से सुझाव व उपचार के संबंध में जानकारी ले सकते हैं।
- प्रदेश में अबतक 1604 केस, 24 लोगों की कोरोना से मौत : प्रमुख सचिव स्वास्थ्य
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में अबतक 1604 केस सामने आए हैं। जिनमें 1374 एक्टिव केस हैं। उपचार के बाद 1604 में से 206 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं और उन्हें घर भेज दिया गया है। हालांकि कोरोना के कारण प्रदेश में 24 लोगों की मौत हुई है। प्रदेश के 57 जनपद कोरोना से प्रभावित हुए हैं। हालांकि वर्तमान में 46 जिलों में ही कोविड के केस एक्टिव हैं।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि गुरूवार की शाम से लेकर शुक्रवार तक 94 केस बढ़े हैं। कल शाम को 1510 केस थे, जो शुक्रवार तक 1604 हो गए। इन 94 केसों में से 80 केस केवल 5 जिलों में मिले हैं। ये जिले कानपुर, सहारनपुर, आगरा, फिरोजाबाद और मुरादाबाद हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के चार मेडिकल कालेजों में पूल टेस्टिंग की जा रही है। हालांकि अब प्रदेश में नए केस आने की संख्या में कमी आने लगी है।