- कोरोना पॉजिटिव केस मिलने पर जिला प्रशासन होगा जिम्मेदार
- प्रदेश में कुल 208 हॉटस्पॉट
- प्रदेश में अबतक 550 केस, जिनमें से 307 जमाती
- पीलीभीत बना प्रदेश का पहला कोरोना मुक्त जिला
- चीन से हुआ कंपनियों का मोहभंग, उत्तर प्रदेश में उद्योग लगाने पर मिलेगा विशेष पैकेज व सहूलियतें
- कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने लोकभवन में की प्रेस कॉन्फ्रेंस
लखनऊ। कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने सोमवार को संयुक्त रूप से यहां लोकभवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छिपे हुए कोरोना पॉजिटिव संदिग्धों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है। इतना ही नहीं अगर अब कहीं नया कोरोना पॉजिटिव केस सामने आता है तो इसके लिए संबंधित जिला प्रशासन को जिम्मेदार माना जाएगा। इसके साथ ही उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी तय है। सीएम योगी ने आरोग्य सेतू एप का प्रयोग करने के लिए सभी प्रदेशवासियों से अपील की है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार की सुबह 11 बजे टीम 11 के सदस्यों के साथ बैठक कर कई निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि सीएम योगी ने छिपे हुए कोरोना पॉजिटिव संदिग्धों को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे लोग खुद सामने आकर अपनी जांच करा लें। अन्यथा प्रशासन द्वारा चिन्हित किए जाने पर ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इतना ही नहीं सीएम योगी ने प्रदेश के सभी जिले के अधिकारियों को भी सचेत करते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना के सभी पॉजिटिव केस हॉटस्पॉट एरिया के अंदर हैं। अब अगर हॉटस्पॉट के इतर कोई नया केस सामने आता है तो इसे जिला प्रशासन की लापरवाही माना जाएगा। जिसके लिए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी तय है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि पीलीभीत प्रदेश का पहला ऐसा जनपद है जो कोरोना प्रभाव से पूरी तरह मुक्त हो गया है। उन्होंने बताया कि पीलीभीत में कोरोना के दो केस पॉजिटिव थे, जो उपचार के बाद स्वस्थ हो गए और उन्हें घर भेज दिया गया। जिला प्रशासन के कार्य कुशलता के कारण पीलीभीत में कोई नया केस नहीं हुआ। इसके लिए मुख्यमंत्री ने पीलीभीत जिला प्रशासन के सभी अधिकारियों को बधाई दी है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा अबतक 15 जिलों में हॉटस्पॉट बनाए गए हैं। अब इनकी संख्या बढ़ गई है। 15 जिलों के 95 थानों के अंतर्गत 146 हॉटस्पॉट एरिया को चिन्हित कर लिया गया है। इस एरिया में 1 लाख 71 हजार 232 मकान और 09 लाख 78 हजार 55 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन हॉटस्पॉट्स से कोरोना पॉजिटिव के 401 केस सामने आए हैं। इन एरिया के घर पर दमकल गाड़ियों से छिड़काव का आदेश मुख्यमंत्री योगी ने दिया है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि प्रदेश सरकार के अतिरिक्त प्रदेश के हर जिलाधिकारियों ने भी अपने जिलों में हॉटस्पॉट को चिन्हित करने का काम किया था, उसमें भी इजाफा हुआ है। इस प्रकार से 25 जनपदों के 44 थाना अंतर्गत 62 हॉटस्पॉट एरिया को चिन्हित किया गया है। जिनमें 1 लाख 62 हजार मकान और 9 लाख 50 हजार 828 व्यक्तियों को चिन्हित किया गया है। इन हॉटस्पॉट एरिया से अबतक 80 कोरोना पॉजिटिव केसों की पुष्टि हुई है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि कई कंपनियों का चीन से मोह भंग हुआ है। ऐसे में अगर कोई नई कंपनी या इंवेस्टर प्रदेश में आता है तो उन्हें विशेष पैकेज व सहूलियत देने का निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि सभी आरोग्य सेतू एप को डाउनलोड करें। यूपी में अबतक 40 लाख लोगों ने इस एप को डाउनलोड किया है। सीएम योगी ने विशेषकर युवाओं, सरकारी अधिकारी व कर्मचारी, डाक्टरों से इस एप का प्रयोग करने की अपील की है।
- प्रदेश में अब तक 550 केस, 307 जमाती : प्रमुख सचिव स्वास्थ्य
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में अबतक 550 केस सामने आए हैं। उपचार के बाद 550 में से 47 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं और उन्हें घर भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना से प्रदेश के 41 जनपद कोरोना से प्रभावित हुए हैं। उन्होंने बताया कि 550 में से 307 तबलीगी जमात से संबंधित हैं।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि टेलीमेडिसिन पर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चिंता व्यक्त की थी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने टेली कंसल्टेशन कराने की योजना शुरू कर दी है। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर वॉलेंट्री रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। जो डॉक्टर टेली कंसल्टेशन करने के इच्छुक हैं, उनका रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। उसके बाद एक पैनल बनाकर जरूरत के अनुसार लोगों का टेली कंसल्टेशन कराया जाएगा। प्रदेशवासी 18001805145 पर फोन कर टेलीमेडिसीन के संबंध में सहायता ले सकते हैं।