मनरेगा पार्क दुनिया के लिए रोल माॅडल बनाएंगे : मोती सिंह
- मनरेगा गांव एवं मनरेगा पार्क देश-दुनिया के लिए बनेगा रोल माॅडल

 

- अधिकारी पूरी तन्मयता एवं प्रतिबद्धता से करें काम, कार्यालयों को बनाएं आकर्षक : मोती सिंह

 

लखनऊ, 19 सितम्बर। मनरेगा गांव एवं मनरेगा पार्क की नवीन  संकल्पना को प्रोत्साहित करें यह देश एवं दुनिया के लिए एक रोल मॉडल बनेगा। मनरेगा गांव बनाकर उसका समावेशी विकास किया का सकता है। ग्रामसभा स्तर पर आदर्श तालाबों का निर्माण कराकर उसके चारों तरफ सहजन के पेड़ लगवाए जाएं। साथ ही लोगों को भी सहजन जैसे अन्य स्वास्थ्य के प्रति लाभप्रद  पेड़ पौधों को भी लगाए जाने के प्रति जागरूक किया जाए।

   प्रदेश के ग्राम्य विकास एवं समग्र ग्राम विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह 'मोती सिंह' ने आज यहां बीकेटी स्थित दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्रामीण विकास संस्थान में आयोजित ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीडीपी) उत्तर प्रदेश के समस्त ग्राम पंचायतों में मिशन अंत्योदय 2019 विषयक अभिमुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम में यह विचार व्यक्त किये। उन्होंने प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित करते हुए विभागीय अधिकारियों से कहा कि काम आप करते हैं तो आप से ही परिणाम की अपेक्षा भी है। उन्होंने कहा कि आप पूरी तन्मयता के साथ काम करें। विभाग में संसाधन की कोई कमी नहीं है। अपने कार्यालयों को सुसज्जित रखें। कंप्यूटर रूम सहित अन्य सुविधाओं को अपडेट करते हुए कार्यालयों में स्वच्छ एवं सुंदर वातावरण तैयार करें। उन्होंने कहा कि अपने काम करने के तरीके से अपनी पहचान बनाएं। अपने कार्यों में इनोवेशन लाएं और कुछ नया करें, जिससे गांव का वास्तविक रूप से समग्र विकास हो सके।

   श्री मोती सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि मिशन अंत्योदय कार्यक्रम के अंतर्गत लाभ से वंचित परिवारों की आय दोगुना करने के लिए कृषि में प्रौद्योगिकी, अवसंरचना विकास, कौशल विकास, उत्पादकता, बाजार मूल्य, आजीविका, ग्राम पंचायतों की क्षमता विकास एवं स्वयं सहायता समूहों आदि में तालमेल को बेहतर करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ग्राम्य विकास संबंधी कार्यों को करने के लिए प्रतिबद्धता की आवश्यकता है और अधिकारियों से यह अपेक्षा है कि वे प्रतिबद्धता के साथ कार्य करें जिससे ग्रामीण विकास की योजनाओं का समुचित लाभ ग्रामीण जनता को प्राप्त हो सके। उन्होंने अधिकारियों से यह भी अपेक्षा की कि जिन अधिकारियों द्वारा ससमय गुणवत्तापूर्ण कार्य संपादित किए जाएंगे उन अधिकारियों को विभाग की ओर से पुरस्कृत भी किया जाएगा।

   ग्राम विकास मंत्री ने नव चयनित जिला मिशन प्रबंधकों एवं ब्लॉक मिशन प्रबंधकों को संबोधित करते हुए निर्देशित किया कि उनके द्वारा किए जाने वाले कार्यों में समाज के एक वर्ग के उत्थान की अपेक्षा है यदि वे अपने कार्यों को एक मिशन के रूप में अंजाम दें तो इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के जीवन स्तर में अपेक्षित सुधार किया जा सकता है।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में एसआईआरडी यूपी के अपर निदेशक, डॉ डीसी उपाध्याय सहित 24 जनपदों के जिला विकास अधिकारी, उपायुक्त मनरेगा (श्रम रोजगार), उपायुक्त (स्वतः रोजगार) एवं परियोजना निदेशक तथा अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।