- विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत 02 अक्टूबर को 5000 कारीगरों को उन्नत किस्म के टूलकिटों का होगा वितरण
- डा0 नवनीत सहगल ने कारीगरों के चिन्हांकन व प्रशिक्षण कार्य में
विलम्ब होने पर व्यक्त की गहरी नाराजगी
- प्रमुख सचिव ने ख्याति प्राप्त संस्थाओं से कारीगरों को
प्रशिक्षण दिलाने के दिए निर्देश
लखनऊ, 7अगस्त। प्रमुख सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल ने कहा है कि इस वर्ष 20 हजार शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय दस्तकारों और पारम्परिक कारीगरों को विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना से आच्छादित किया जायेगा। आगामी 02 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर 5000 कारीगरों और दस्तकारों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा आधुनिकत्म/उन्नत किस्म के टूलकिटों का वितरण कराने की योजना है।
डा0 सहगल लोक भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने समीक्षा के दौरान पाया कि अधिकांश जिलों में अभी तक पारम्परिक कारीगरों के चिन्हांकन की कार्यवाही पूर्ण नहीं की गई। इस पर उन्होंने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्थिति बिलकुल ठीक नहीं है। अधिकारियों को इस महत्वपूर्ण योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु संवेदनशील होना चाहिए। उन्होंने दस्तकारों और कारीगरों के चिन्हांकन व प्रशिक्षण कार्य जल्द से जल्द पूरा कराने के लिए विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिए।
प्रमुख सचिव ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना की सफलता के लिए सेक्टर्स स्पेसिफिक संस्थाओ/प्रतिष्ठानों के माध्यम से पारम्परिक कारीगरों को इन हाउस ट्रेनिंग दिलाने पर विशेष बल दिया। उन्होंने प्रशिक्षण के लिए ख्याति प्राप्त संस्थानों के साथ ही जनपदों मंे कार्यरत प्रसिद्ध संस्थाओं सहित आई0टी0आई0, खादी एवं ग्रामोद्याग बोर्ड अथवा उद्योग विभाग द्वारा चयनित संस्थाओं के माध्यम से पारम्परिक कारीगरों को प्रशिक्षण दिलाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बड़े संस्थानों से कारीगरों को प्रशिक्षण प्राप्त होने पर उनके कार्य की गुणवत्ता में व्यापक सुधार आयेगा और स्थानीय स्तर पर उनको रोजगार के बेहतर अवसर सुलभ हो सकेंगे। इसी प्रकार उन्होंने राज मिस्त्री सहित अन्य प्रकार के कारीगरों को उद्यम आधारित कौशल वृद्धि का प्रशिक्षण प्राथमिकता से कराने पर विशेष बल दिया ।
डा0 सहगल ने विभागीय अधिकारियां को यह भी निर्देश दिए कि शेष 15000 कारीगरों को दिसम्बर माह तक चिन्हित करके उन्हें प्रशिक्षण देने की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाय, ताकि वर्तमान वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक कारीगरों में टूलकिट का वितरण किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के लिए चालू वित्तीय वर्ष में 30 करोड़ रुपये का प्राविधान किया है।
बैठक में डिप्टी कमिश्नर उद्योग राजेश सिंह सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।