योगी ने फल, शाकभाजी व पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन किया
 

 

- प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी किसानों 

को अपनी प्रतिभा दिखाने का एक महत्वपूर्ण मंच

 

- ऐसी प्रदर्शनी किसानों की खुशहाली में बड़ी भूमिका निभा सकती है

 

लखनऊ, 16 फरवरी, विशाल श्रीवास्तव। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार यहां राजभवन में प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2019 का उद्घाटन करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश का राजभवन देश के उन गिने-चुने राजभवनों में से एक है जो पुष्प, फलों और शाकभाजी प्रदर्शनी जैसे रचनात्मक कार्यक्रमों के जरिए समाज के प्रत्येक तबके को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करता है।

 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राजभवन में आयोजित इस प्रदेश स्तरीय प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए उन्हें प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है। इस प्रकार के आयोजनों से प्रकृति के प्रति हम सबकी भावनाओं को अभिव्यक्ति मिलती है। इस प्रकार के आयोजन किसानों को अपनी प्रतिभा को दिखाने का एक महत्वपूर्ण मंच भी बनते हैंं।

 

उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी में फलों, शाकभाजी, पुष्पों के विभिन्न प्रकारों को प्रदर्शित कर किसान भाइयों ने अपनी प्रतिभा को बेहतर तरीके से प्रस्तुत करने का प्रयास किया है।

 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश के उपराष्ट्रपति एम0 वेंकैया नायडू जी के प्रयागराज आगमन के कारण आज सुबह वे प्रयागराज में थे। उनके साथ ही राज्यपाल राम नाईक जी भी प्रयागराज में मौजूद थे। किसानों की समृद्धि से जुड़े इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए वे वापस लौटे हैं।

 

इस प्रदर्शनी से किसानों को प्रदेशवासियों के समक्ष अपनी प्रतिभा को प्रस्तुत करने का अवसर मिला है। विगत कई सालों से फल, पुष्प शाकभाजी प्रदर्शनी के माध्यम से राजभवन में चली आ रही परम्परा का उद्यान विभाग द्वारा पूरी तरह निर्वहन किए जाने पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की।

 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज इस कार्यक्रम के माध्यम से हमेंं प्रकृति के नजदीक जाने का अवसर मिला है। इसके अलावा यह आयोजन किसानों की समृद्धि से भी जुड़ा है। सब जानते हैं कि जब किसान परम्परागत खेती करता है, तो उसकी आय में अपेक्षित वृद्धि नहीं हो पाती है। जो किसान सामान्य तौर पर गेहूं और धान का उत्पादन करता है, वह वर्ष में एक एकड़ में 15 से 25 हजार रुपए कमा पाता है। लेकिन अगर वही किसान फल, शाकभाजी एवं पुष्प के उत्पादन के साथ अपने आप को जोड़ता है, तो वह एक एकड़ खेती में एक लाख रुपए से लेकर के दो लाख रुपए तक की आय अर्जित कर सकता है। उन्होंने कहा कि जब किसान एक एकड़ में एक लाख रुपए से ऊपर की आय अर्जित कर सकेगा, तो उसके जीवन में स्वाभाविक रूप से खुशहाली आएगी। यह वर्ष हम सबके लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस साल बाराबंकी के एक किसान को देश का प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है।

 

मुख्यमंत्री जी ने प्रदर्शनी के आयोजन के लिए उद्यान मंत्री श्री दारा सिंह चैहान को धन्यवाद देते हुए कहा कि किसानों की आय को दोगुना करने के लिए प्रधानमंत्री जी ने जो अभियान प्रारंभ किया है उसके प्रति व्यापक जागरूकता इस प्रकार की प्रदर्शनियों के माध्यम से लायी जा सकती है। इस प्रकार की प्रदर्शनी किसानों के जीवन में खुशहाली लाने की दिशा में बड़ी भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा कि जनपद स्तर पर कृषि विज्ञान केन्द्रों के जरिए किसानों को जागरूक किया जाए।

 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने जम्मू कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि संकट की इस घड़ी में हमें उन वीर शहीदों के बलिदान के साथ अपने आप को जोड़ना चाहिए। वीर जवानों ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है। उन्होंने सी0आर0पी0एफ0 के सभी शहीद जवानों के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं।

 

मुुख्यमंत्री जी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ देश की लड़ाई में प्रत्येक देशवासी को आपस में जुड़कर आतंकवाद का सर्वनाश करने का संकल्प लेना चाहिए। आतंकवाद किसी समस्या का समाधान नहीं है। आतंकवाद हर बुराई की जड़ है, हमें इसके खिलाफ मिलकर लड़ना है। आतंकवाद के खिलाफ भारत सरकार द्वारा जो अभियान शुरू किया गया है उस लड़ाई को भारत जरूर जीतेगा। आतंकवाद, नक्सलवाद, उग्रवाद जैसी अराजकता को सदैव के लिए हम समाप्त करके रहेंगे। उन्होंने कहा कि शहीद के परिवारों के साथ केंद्र और प्रदेश की सरकारें हमेशा खड़ी रहेंगी।

 

कार्यक्रम में मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय तथा कृषि उत्पादन आयुक्त डाॅ0 प्रभात कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2019 स्मारिका का विमोचन भी किया।