राजभवन में दो दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी सम्पन्न
- राज्यपाल ने पुरस्कार वितरण कर किया समापन

- राजभवन के उद्यान 25 फरवरी से 11 मार्च तक खुलेगा

 

 लखनऊ, 17 फरवरी विशाल श्रीवास्तव। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने प्रादेशिक फल-शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2019 का समापन पुरस्कार वितरण कर किया। इस अवसर पर राज्यपाल की पत्नी श्रीमती कुंदा नाईक, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री दारा सिंह चैहान, प्रमुख सचिव उद्यान सुधीर गर्ग, निदेशक उद्यान डाॅ0 राघवेंद्र प्रताप सिंह, विशेष सचिव उद्यान श्रीमती संदीप कौर, राज्यपाल के विशेष सचिव डाॅ0 अशोक चन्द्र सहित बड़ी संख्या में कृषक, बागवान, दर्शकगण आदि उपस्थित थे। राज्यपाल ने समापन समारोह में घोषणा करते हुए कहा कि राजभवन उद्यान 25 फरवरी से 11 मार्च, 2019 तक 3 से 5 बजे तक आम नागरिकों के लिए खोला जायेगा।

 

राज्यपाल ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदूषण पूरे विश्व के लिए चिन्ता का विषय है। प्रदूषण रोकने में पेड़-पौधों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का संकल्प लिया है। किसानों को उचित मार्गदर्शन मिलने के साथ-साथ उनके ज्ञान में वृद्धि हो तो उपज और आय दोनों अच्छी हो सकती है। खाद्य प्रसंस्करण एवं फसलों के उचित संरक्षण से किसानों की आय दोगुनी हो सकती है। उन्नत प्रकार के फल, फूल, शाकभाजी, औषधीय पौधों को बढ़ावा देने की दृष्टि से आयोजित इस प्रदर्शनी का लाभ किसानों तथा फल-फूल से जुडे़ व्यवसाय करने वालों को पहुँचना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान वैज्ञानिक जानकारी का लाभ उठायें।

 

श्री नाईक ने कहा कि आज हमारा देश खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर है। देश 1947 में आजाद हुआ था उस समय देश खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर नहीं था। 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री ने सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए तथा अनाज की कमी के कारण सप्ताह में एक दिन उपवास की बात करते हुए ‘जय जवान जय किसान’ का नारा दिया था। स्वतंत्रता के बाद से लेकर आज की जनसंख्या में तीन गुना वृद्धि हुई है। किसानों की मेहनत और कृषि संवर्द्धन के कारण हम खाद्यान्न के ़क्षेत्र में आत्मनिर्भर हुए हैं और आज निर्यात की स्थिति में भी हैं। किसानों को सही दिशा मिले तो ज्यादा लाभ हो सकता है। उन्होंने कहा कि देश के किसानों में शक्ति है, उनको आगे ले जाने के लिये उचित प्रोत्साहन एवं सहयोग की जरूरत है।

उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री दारा सिंह चैहान ने कहा कि राजभवन में आयोजित प्रदर्शनी में भाग लेने वालों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। पेड़-पौधों के प्रति लोगों का रूझान बढ़ा है तथा जागरूकता आयी है। प्रदेश में वृक्षारोपण की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि फ्लोरीकल्चर अपने आप में एक नये व्यवसाय के रूप में उभर रहा है।