बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे क्षेत्र के लिए लाइफ लाइन बनेगा : योगी
- मुख्यमंत्री ने जनपद झांसी में झांसी/चित्रकूटधाम मण्डल की विकास योजनाओं की समीक्षा की

- मुख्यमंत्री ने 15 फरवरी को प्रधानमंत्री द्वारा बुन्देलखण्ड के चहुमुंखी विकास हेतु जनकल्याणकारी योजनाओं के शिलान्यास व लोकार्पण की सभी तैयारियांं पूर्ण करने के निर्देश दिए 

 

- बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे को व्यावसायिक गलियारा बना पलायन रोका जा सकता है

 

- इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा : मुख्यमंत्री योगी

 

- मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों से जनप्रतिनिधियों के साथ 

संवदेनशील होकर संवाद स्थापित करने के निर्देश दिए

 

 

लखनऊ: 10 फरवररी (भास्कर सिंह)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने झांसी के नवीन गल्ला मण्डी भोजला में झांसी/चित्रकूटधाम मण्डल की विकास योजनाओं की समीक्षा की। उन्हाने 15 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा बुन्देलखण्ड के चहुमुंखी विकास हेतु जनकल्याणकारी योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण की सभी तैयारियां शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।

 

उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे को व्यवसायिक गलियारा बनाकर जहां पलायन रोका जा सकता है, वहीं इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री जी द्वारा पाइप्ड पेयजल योजना, डिफेंस काॅरिडोर, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे एवं रेल से जुड़ी लाभकारी व जनकल्याणकारी योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया जाएगा, जो बुन्देलखण्ड की दिशा और दशा को बदल सकता है।

 

मुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों से जनप्रतिनिधियों के साथ संवदेनशील होकर संवाद स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों के फोन अवश्य रिसीव करें और यदि न कर सके तो बाद में काॅल बैक अवश्य करें। सी0यू0जी0 नम्बर उपलब्ध कराने जाने का यही उददेश्य है। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपनी कार्य-पद्धति में सुधार लाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि अधिकारी दफ्तर में अपनी उपलब्धता सुनिश्चित करें तथा जनता की समस्याओं का समाधान भी करें। उन्होंंने कहा कि जनता को परिवर्तन दिखना चाहिए और यह तभी सम्भव है, जब प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों का भलीभांति निर्वाह करे। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि निराश्रित गोवंश के लिए सभी जिलों के लिए टास्क दिया है। निराश्रित गोवंश बुन्दलेखण्ड क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या है। इसका प्रभावी समाधान सुनिश्चित करना होगा।

 

उन्होंने जमीन के अवैध कब्जों का उल्लेख करते हुए कहा कि जिस जमीन पर गरीब, अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लोगों ने आवास बना लिए हैंं, उस भूमि का पट्टा उनके नाम कर दिया जाए। बड़े भूखण्ड पर कब्जा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए उन्हेंं जमीन से हटा दिया जाए। उन्होंने कहा कि गौवंश हेतु सभी जिलो में पर्याप्त धनराशि दी जा चुकी है। जिलाधिकारी गौ-आश्रय स्थल के निर्माण में स्वयं रुचि लें, ताकि कार्य समयबद्ध ढंग से पूर्ण हो सके।

 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए लाइफ लाइन बनेगा। लेकिन यह तभी सम्भव होगा, जब समय से भूमि अधिग्रहण कर लिया जाए। इस कार्य में तेजी लायी जाए ताकि समय से कार्य पूर्ण हो सके। उन्होंने कहा कि पाइप्ड पेयजल योजना से बुन्देलखण्ड में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। सभी 7 जिलों की समस्त ग्राम पंचायतों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति उपलब्ध होगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जिन लाभकारी और कल्याणकारी योजनाओं का शिलान्यास/लोकार्पण हो रहा है, उनका व्यापक प्रचार-प्रसार क्षेत्र में कराया जाए। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए कि जनपद के अच्छे कार्यों का क्षेत्र में प्रचार-प्रसार कराया जाए। योजनाओं की होर्डिंग्स आदि भी क्षेत्र में प्रचार-प्रसार हेतु लगायी जाए। इस कार्य में सूचना विभाग का पूरा सहयोग लिया जाए।

 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 15 फरवरी, 2019 को प्रधानमंत्री जी द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं के शिलान्यास/लोकार्पण कार्यक्रम के साथ आम सभा का भी आयोजन होगा। कार्यक्रम सुचारु रूप से सम्पन्न हो, इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं।

 

बैठक में केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री सुश्री उमा भारती, उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वतंत्रदेव सिंह, अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।