प्रदेश में गैर-मान्यता प्राप्त विद्यालय बंद करायें : डा. प्रभात
अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनपदीय अधिकारियों को दिये निर्देश

 


 

- बेसिक शिक्षा अधिकारी स्कूलों का नियमित निरीक्षण करें 

 

लखनऊ, 30 जनवरी (टेलिस्कोप टुडे सं.)। प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारी स्वयं एवं खण्ड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से परिषदीय विद्यालयों का नियमित निरक्षण कराया जाना सुनिश्चित करें। अनुशासनहीनता, भ्रष्टाचार और स्कूल से गायब रहना कदापि बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

यह निर्देश अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा डा. प्रभात कुमार ने आज यहां योजना भवन में वीडियो कान्फे्रंसिंग के माध्यम से जनपदीय अधिकारियों को दिए। उन्होंने निर्देश दिये कि अगले तीन दिवस में भ्रष्टाचार में लिप्त अथवा स्कूल न जाने वाले अध्यापक, अधिकारी, शिक्षामित्र एवं प्रधानाध्यपकों की सूची तैयार करें तथा यह भी सूची बनायें कि कितने ऐसे लोगों का अनुपस्थिति के कारण वेतन काटा गया है।

 

डा. प्रभात कुमार ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि नवीन पेंशन के सम्बन्ध में सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों के प्रान नम्बर बनवाकर उनकी कटौती की जानी सुनिश्चित किया जाय। शैक्षिक सत्र 2019-20 में ‘आउट आफ स्कूल बच्चों’ के चिन्हा्कन, पंजीकरण एवं नामांकन हेतु कार्यक्रम शारदा (एसएचएआरडीए-हर दिन स्कूल आयें) पर चर्चा की गयी।

 

प्रत्येक जनपद में नामांकन का लक्ष्य वर्ष 2018-19 के सापेक्ष 15 प्रतिशत बढ़ाते हुए निर्धारित किया गया है।

अपर मुख्य सचिव ने समस्त बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि गैर-मान्यता प्राप्त स्कूलों को तत्काल बन्द करायें। प्रदेश में कोई भी स्कूल बिना मान्यता के संचालित नहीं होना चाहिए।

 

नव नियुक्त शिक्षकों के सत्यापन सम्बन्धी सभी आवश्यक कार्यवाही तत्परता के साथ कराकर उनके वेतन भुगतान की कार्यवाही यथाशीघ्र पूर्ण कर ली जाय। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में दिया जाने वाले मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता एवं साफ सफाई का पूरा ध्यान रखा जाये।

उन्होंने निर्देश दिए कि भोजन वितरण की सही रिपोर्टिंग की जाय। खाना खाने वाले विद्यार्थियों का हस्ताक्षर लिया जाय और जो विद्यार्थी हस्ताक्षर नहीं कर सकता, उसको एक संकेतक बताया जाय जिसके माध्यम से उसकी उपस्थिति दर्ज हो सके।

डाॅ. प्रभात कुमार ने निर्देश दिए कि जिन विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन, जूता-मोजा एवं बैग इत्यादि सम्बन्धी भुगतान बकाए हैंं, उन्हें यथाशीघ्र भुगतान कराया जाना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने निर्देश दिए कि कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में जहां भी जरूरत हो बिस्तर की खरीददारी पूर्ण करा ली जाय ताकि बालिकाओं को साफ एवं स्वच्छ बिस्तर मिल सके।

 

उन्होंने मोस्ट फास्ट मूविंग जनपद के रूप में महत्वाकांक्षी जनपदों की सेकेण्ड डेल्टा रैंकिंग में तृतीय स्थान प्राप्त करने के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, सिद्धार्थनगर के प्रयासों की सराहना की एवं बधाई दी।